
नई दिल्ली। पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द करने के बाद दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली की जनता के नाम खुला खत लिखा है. सोमवार को लिखी गई दो पन्ने की इस चिठ्ठी में सिसोदिया ने बीजेपी पर गंदी राजनीति करने और दिल्ली पर जबरन चुनाव थोपने का आरोप लगाया है. सिसोदिया ने अपनी चिट्ठी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर भी शेयर की है.
इसमें सिसोदिया ने लिखा है- “दिल्ली की जनता के लिए मेरा एक पत्र, क्या चुने हुए विधायकों को इस तरह गैर-संवैधानिक और गैर-कानूनी तरीके से बर्खास्त करना सही है? क्या दिल्ली को इस तरह चुनावों में धकेलना ठीक है? क्या ये गंदी राजनीति नहीं है?” सिसोदिया ने इस पत्र में केजरीवाल सरकार द्वारा तीन साल में कराए गए कार्यों को भी गिनाया है और लिखा है कि चुनाव होने की वजह से अब दिल्ली में आचार संहिता लागू हो जाएगी. ऐसी स्थिति में नए काम नहीं हो सकेंगे. इसके बाद फिर लोक सभा चुनाव का समय नजदीक आ जाएगा. उस वक्त भी आचार संहिता लागू हो जाएगी और दिल्ली में विकास कार्य ठप हो जाएगा.
सिसोदिया ने दावा किया है कि 20 विधायकों को संसदीय सचिव बनाकर उन्हें अलग-अलग जिम्मेदारियां दी थीं. इनके काम की वजह से दिल्ली के स्कूलों, अस्पतालों में आश्चर्यजनक सुधार हुआ. सिसोदिया ने लिखा है कि केंद्र की बीजेपी सरकार ने जानबूझकर ऐसा किया है क्योंकि बीजेपी केजरीवाल सरकार के कार्यों से परेशान है.
हालांकि विधायकों की बर्खास्तगी के बहाने सिसोदिया ने पार्टी द्वारा की गई उन घोषणाओं से पार्टी का बचाव भी किया है, जो अभी तक पूरी नहीं हो सकी है. सिसोदिया ने लिखा है कि अब दो साल बचे हैं इन दो सालों में बहुत काम करना था, पूरी दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगाने हैं, प्री वाई-फाई देने हैं, सरकारी सेवाओं की डोरस्टोप डिलीवरी देनी है. लेकिन अब यह सब काम पूरे नहीं हो पाएंगे.