बहुजन समाज पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर को पार्टी से निष्कासित किए जाने से नाराज कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को सामूहिक रूप से पार्टी से इस्तीफा दे दिया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि राम अचल राजभर ने पार्टी के लिए निष्ठापूर्वक कार्य किया, लेकिन कुछ लोगों ने साजिश रचकर उन्हें पार्टी से निष्कासित करा दिया है।
बसपा भाईचारा कमेटी के पूर्व मंडल अध्यक्ष राम भवन शर्मा की अध्यक्षता में बसपा कार्यकर्ताओं ने शहर के एक होटल में बैठक की। इस दौरान पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर को पार्टी से निष्कासित करने को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि राम अचल राजभर ने बाबा साहेब आंबेडकर व कांशीराम के आदर्शों पर चलकर बसपा को मजबूती प्रदान की, लेकिन साजिश के तहत उन्हें निष्कासित कर दिया गया है।
इससे निष्ठावान कार्यकर्ता आहत हैं। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने सामूहिक इस्तीफा देने की घोषणा की। पार्टी से त्यागपत्र देने वालों में चंद्र प्रकाश, रामफेर, राजमणि शर्मा, राहुल शर्मा, विजय शर्मा, सदानंद गौतम, पप्पू राजभर, दीपू शर्मा, कृष्ण कुमार शर्मा, अवधेश कुमार, वीरेंद्र शर्मा, सत्यवान शर्मा, सत्यवान, सुनील वर्मा, धर्मपाल शर्मा, श्याम बिहारी, साधू शर्मा, बलराम शर्मा आदि शामिल रहे।
त्यागपत्र देने वाले कभी सक्रिय भूमिका में नहीं रहे
बसपा जिलाध्यक्ष धर्मदेव प्रियदर्शी ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी सर्वजन समाज की पार्टी है। बसपा ने हमेशा अपने शासनकाल में सबसे अधिक पिछड़ों को सम्मान दिया है। राम भवन शर्मा अभी तत्काल में हुए पंचायत चुनाव में बसपा प्रत्याशी का विरोध किए हैं। इसकी जानकारी कार्यकर्ताओं और प्रत्याशी के माध्यम से लगातार मिलती रही। वह बसपा में कभी भी सक्रिय भूमिका में नहीं रहे। इस प्रकार के व्यक्तित्व का कोई अस्तित्व नहीं है।
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