अपने 63वें जन्मदिन पर बसपा प्रमुख मायावती ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से जन्मदिन का तोहफा मांगा है. बहुजन दिग्गज नेता ने तोहफे में क्या मांगा ये हम आपको बाद में बताएंगे. इससे पहले की खबर यह है कि बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष सुश्री मायावती ने आज 15 जनवरी को अपना 63वां जन्मदिन मनाया. बसपा प्रमुख ने पार्टी मुख्यालय में 63 किलो का केक काटा. तो साथ ही हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी उन्होंने ब्लू बुक जिसका शीर्षक ‘मेरा संघर्षमय जीवन और बी.एस.पी मूवमेंट का सफरनामा’ है, का विमोचन किया. इस दौरान बसपा कार्यकर्ताओं में खूब उल्लास रहा. पार्टी के दिग्गज नेताओं में पार्टी मुखिया को जन्मदिन की बधाई देने के लिए तांता लगा रहा. बसपा कार्यकर्ता इस दिन को जन कल्याणकारी दिवस के रूप में मनाते हैं.
इस दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी बहनजी को जन्मदिन की बधाई देने पहुंचे. दो दिन पहले ही दोनों दलों ने गठबंधन का ऐलान किया है. इस दौरान उन्होंने जहां भाजपा पर जमकर निशाना साधा, तो कांग्रेस को भी नहीं बख्शा. मायावती ने नोटबंदी से लेकर रक्षा खरीद सौदे के लिए भाजपा को कठघरे में खड़ा किया और धर्म के नाम पर राजनीति करने की निंदा की.
अपनी जिंदगी के इस महत्वपूर्ण दिन पर बसपा मुखिया ने पार्टी कार्यकर्ताओं से जन्मदिन का तोहफा मांगा. उन्होंने कहा-
“इस बार लोकसभा चुनाव से पहले मेरा जन्मदिन मनाया जा रहा है. इसके लिए हमारी पार्टी ने सपा के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने का फैसला किया है. सपा के साथ हमारे गठबंधन ने बीजेपी की नींद उड़ा दी है. सपा और बीएसपी के लोग अपने गिले-शिकवे और स्वार्थ भुलाकर गठबंधन के सभी उम्मीदवारों को भारी बहुमत से ऐतिहासिक जीत दिलाएं, क्योंकि यही मेरे जन्मदिन का तोहफा होगा.”
बहनजी की इस मांग के साथ ही बसपा कार्यकर्ताओं ने बहनजी को प्रधानमंत्री बनाने की मांग के साथ नारेबाजी शुरू कर दी. इससे साफ है कि सपा-बसपा गठबंधन के बाद दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को यकीन हो गया है कि दोनों दल मिलकर प्रदेश और देश में सत्ता की बाजी पलट सकते हैं.

राज कुमार साल 2020 से मीडिया में सक्रिय हैं। उत्तर प्रदेश की राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों पर पैनी नजर रखते हैं।