लखनऊ। कर्नाटक से लौटने के बाद अगले हफ्ते बीएसपी प्रमुख मायावती से एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश की अहम बैठक होगी. इसमें कैरान-नूरपुर उपचुनाव और लोकसभा चुनाव 2019 की रणनीति और सीटों पर भी मंथन होगा. सूत्रों के अनुसार एसपी और बीएसपी के अलावा कांग्रेस, आरएलडी और अन्य दलों की भूमिका पर भी इस बैठक में चर्चा होगी. यह बैठक दिल्ली में होने की संभावना है.
एसपी और बीएसपी 2019 का लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगी. यह बात दोनों पार्टियां साफ कर चुकी हैं. फूलपुर और गोरखपुर उपचुनाव के बाद मायावती ने यह कहा था कि अब पार्टी को लोकसभा चुनाव की तैयारी करनी है. ऐसे में उनके कार्यकर्ता किसी उपचुनाव में प्रचार नहीं करेंगे.
आरएलडी विधायक ने उनके प्रत्याशी को राज्यसभा चुनाव में वोट नहीं दिया था. इससे मायावती नाराज थीं. इसके बाद आरएलडी ने तुरंत अपने विधायक को पार्टी से निकाल दिया था. अब आरएलडी एसपी नेता को अपना प्रत्याशी बना रही है तो माना जा रहा है कि बदली हुई परिस्थितियों में मायावती साथ दे सकती हैं. वह अघोषित तौर पर ही कार्यकर्ताओं को एसपी और आरएलडी का साथ देने का निर्देश दे सकती हैं.
इसे भी पढ़ें–92 वर्षीय महातिर दूसरी बार बने मलयेशिया के प्रधानमंत्री, लोगों ने सड़कों पर मनाया जश्न
दलित-बहुजन मीडिया को मजबूत करने के लिए और हमें आर्थिक सहयोग करने के लिये दिए गए लिंक पर क्लिक करें https://yt.orcsnet.com/#dalit-dastak

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।