मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। इस बीच बहुजन समाज पार्टी की मुखिया बहन मायावती ने एक साथ कांग्रेस और भाजपा दोनों पर जमकर हमला बोला है। एक बयान जारी कर बहनजी ने कांग्रेस और भाजपा दोनों को बेनकाब किया है।
मायावती ने आरोप लगाया है कि मध्यप्रदेश सरकार में 50 प्रतिशत कमीशनखोरी के आरोप को लेकर कांग्रेस व भाजपा के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोप, मुकदमों आदि की राजनीति से कमरतोड़ महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, शोषण-अत्याचार आदि जनहित से जुड़े ज्वलन्त मुद्दे चुनाव के समय पीछे छूट जा रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया है कि जरूरी मुद्दों का छूट जाना कितना उचित है। ऐसा क्यों हो रहा है?
दोनों दलों पर जमकर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा है कि भाजपा-शासित मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि कांग्रेस शासित राजस्थान व छत्तीसगढ़ में भी भ्रष्टाचार अहम मुद्दा है। बहनजी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस व भाजपा की जनविरोधी नीतियों व विकास के हवा-हवाई दावों के कारण सर्वसमाज के गरीबों, बेरोजगारों, किसानों व महिला सुरक्षा आदि का मुद्दा तीनों राज्यों में असली चुनावी मुद्दा है।
चुनावी मुद्दों का जिक्र करने के बाद देश की कद्दावर नेता और बसपा प्रमुख मायावती ने ऐलान किया कि बीएसपी इन तीनों राज्यों में भाजपा व कांग्रेस सरकारों के खिलाफ जनहित व जनकल्याण के खास मुद्दों को लेकर अकेले अपने बूते पर विधानसभा का यह चुनाव लड़ रही है। उम्मीदवारों के नाम भी स्थानीय स्तर पर घोषित किए जा रहे हैं। पार्टी को भरोसा है कि वह अच्छा रिजल्ट हासिल करेंगी।
दरअसल उत्तर प्रदेश के अलावा मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ तीन ऐसे राज्य हैं, जहां बहुजन समाज पार्टी का दबदबा आज भी माना जाता है। एक वक्त में इन तीनों राज्यों की सियासत में तेजी से उभरी बहुजन समाज पार्टी आज भले ही थोड़ी कमजोर दिखने लगी हो, इन राज्यों में न तो बसपा के समर्थक कम हुए हैं और न ही बसपा को लेकर जुनून। हाल ही में बसपा के नेशनल को-आर्डिनेटर आकाश आनंद की भोपाल में हुई रैली में उमड़े जनसैलाब ने इस पर मुहर भी लगाई है।

राज कुमार साल 2020 से मीडिया में सक्रिय हैं। उत्तर प्रदेश की राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों पर पैनी नजर रखते हैं।