नई दिल्ली। हाल तक अकेले जीतने का दावा करने वाली भाजपा अब तमाम राज्यों में गठबंधन की राह चल पड़ी है. भाजपा के इस कदम ने विपक्षी दलों को सवाल उठाने का मौका दे दिया है. बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भाजपा के गठबंधन के फैसले पर चुटकी ली है. बसपा प्रमुख ने एक ट्विट पर सीधा पार्टी के नेतृत्व पर हमला बोला है. हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री मोदी या फिर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का नाम तो नहीं लिया है लेकिन बहनजी का इशारा इसी जोड़ी की ओर है.
अपने ट्विट में बसपा प्रमुख मायावती ने मजबूत नेतृत्व का डंका पीटने वाली भाजपा के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि-
“बीजेपी द्धारा लोकसभा चुनाव हेतु पहले बिहार फिर महाराष्ट्र व उसके बाद तमिलनाडु में पूरी लाचारी में दण्डवत होकर गठबंधन करना क्या इनके मज़बूत नेतृत्व को दर्शाता है? वास्तव में बीएसपी और सपा गठबंधन से बीजेपी इतनी ज़्यादा भयभीत है कि इसे अब अपने गठबंधन के लिये दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है.
लेकिन भाजपा अब चुनाव के समय में चाहे लाख हाथ-पांव मार ले, इनकी ग़रीब, मज़दूर, किसान व जनविरोधी नीति व इनके अहंकारी रवैये से लगातार दु:खी व त्रस्त, देश की 130 करोड़ जनता इन्हें अब किसी भी क़ीमत पर माफ करने वाली नहीं है. जनता इनका घमण्ड चुनाव में तोड़ेगी व इनकी सरकार जायेगी.”
दरअसल हाल तक शिवसेना के खिलाफ जहर उगलने वाली भाजपा ने महाराष्ट्र में उससे गठबंधन कर लिया है. गठबंधन के बाद शिवसेना राज्य में 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि भाजपा 25 सीटों पर. विधानसभा चुनाव में भी दोनों दलों के बीच गठबंधन की बात हुई है. दरअसल भाजपा पहले उत्तर प्रदेश में अपने 2014 वाले प्रदर्शन को दोहराने को लेकर आश्वस्त थी, लेकिन प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के साथ आने से भाजपा घबराई हुई है. उसी तरह बिहार में भी महागठबंधन के बाद भाजपा को डर सता रहा है. बसपा प्रमुख ने इसी को मुद्दा बनाते हुए भाजपा पर निशाना साधा है.
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