उत्तर प्रदेश। गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में बसपा के समर्थन से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को मिली जीत ने कई चीजें बदल दी है. इस चुनाव के बाद से लेकर अब तक कई बातें ऐसी हुई है, जिसकी कुछ वक्त पहले किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. मसलन अखिलेश यादव का मायावती के घर जाना और दोनों के बीच घंटे भऱ की मुलाकात. इस मुलाकात ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक ऐसा बदलाव किया है, जिसके बारे में राजनीतिक दिग्गजों ने भी नहीं सोचा होगा.
असल में लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी के दफ्तर के बाहर लगे पोस्टर में अखिलेश यादव के साथ बसपा सुप्रीमो मायावती की तस्वीर भी नजर आ रही है.पोस्टर में फूलपुर और गोरखपुर के उपचुनाव में मिली जीत के लिए आभार प्रकट किया है. पोस्टर में मुलायम सिंह यादव और आजम खान की तस्वीर ऊपर की तरफ बनी है. और नीचे दाएं तरफ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा अध्यक्ष मायावती की तस्वीर साथ-साथ लगी है. खास बात यह भी है कि इसमें अखिलेश यादव से ज्यादा बड़ी तस्वीर बसपा प्रमुख मायावती की लगी है. इसे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता तारिक अहमद लारी ने लगवाया है.
तस्वीर समाचार एजेंसी एएनआई ने ट्वीट की है. यह तस्वीर हर किसी का ध्यान खींच रही है, क्योंकि उपचुनाव से पहले तक समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी एक दूसरे के प्रति कठोर रुख रखती रही हैं. अब दोनों पार्टियों के बीच इस करीबी को देखकर सभी लोग भौचक हैं.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।