चर्चित पहलू खान मॉब लिंचिंग केस में निचली अदाल के फैसले के बाद राजस्थान की गहलोत सरकार ने बैठक बुलाई और गहलोत ने हाईकोर्ट में अपील के साथ जांच का आदेश दिया. वहीं, गहलोत के आदेश के बाद इस बात की जांच की जाएगी कि कहीं जानबूझकर जांच को प्रभावित तो नहीं किया गया.
उधर, राजस्थान में हुए पहलू खान हत्याकांड मामले में आरोपियों को बरी किए जाने पर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरते हुये इसे घोर लापरवाही बताया है .
मायावती ने शुक्रवार को किये गये ट्वीट में कहा ”राजस्थान की कांग्रेस सरकार की घोर लापरवाही और निष्क्रियता के कारण बहुचर्चित पहलू खान हत्याकांड मामले में सभी छह आरोपी वहां की निचली अदालत की तरफ से बरी कर दिए गए. यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण है. पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए वहां की सरकार अगर सतर्क रहती तो क्या यह संभव था ? शायद कभी नहीं .”
राजस्थान कांग्रेस सरकार की घोर लापरवाही व निष्क्रियता के कारण बहुचर्चित पहलू खान माब लिंचिंग मामले में सभी 6 आरोपी वहाँ की निचली अदालत से बरी हो गए, यह अतिदुर्भाग्यपूर्ण है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के मामले में वहाँ की सरकार अगर सतर्क रहती तो क्या यह संभव था, शायद कभी नहीं।
— Mayawati (@Mayawati) August 16, 2019
उधर, पहलू खान मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट करते हुए प्रतिक्रिया जाहिर की है और कहा कि इस केस में राजस्थान सरकार की तरफ से अच्छा उदाहरण पेश किया जाएगा.
प्रियंका ने ट्वीट करते हुए लिखा- ”राजस्थान सरकार द्वारा भीड़ द्वारा हत्या के खिलाफ कानून बनाने की पहल सराहनीय है. आशा है कि पहलू खान मामले में न्याय दिलाकर इसका अच्छा उदाहरण पेश किया जाएगा.”
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा- “पहलू खान मामले में लोअर कोर्ट का फैसला चौंका देने वाला है. हमारे देश में अमानवीयता की कोई जगह नहीं होनी चाहिए और भीड़ द्वारा हत्या एक जघन्य अपराध है.”
गौरतलब है कि पहलू खान हत्याकांड मामले में अलवर की जिला अदालत ने बुधवार को फैसला सुनाते हुए सभी छह आरोपियों को बरी कर दिया. राजस्थान के अलवर में अप्रैल 2017 में भीड़ ने गो तस्करी के शक में पहलू खान की पिटाई की और इसके दो दिनों बाद उसकी मौत हो गई थी.
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