आजमगढ़। बसपा सुप्रीमो मायावती भी बाबासाहेब की तरह समय आने पर बौद्ध धर्म अपना सकती है. मायावती का ये बड़ा बयान मंगलवार को यूपी के आजमगढ़ से आया है जहां वो कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रही थी. मायावती ने हिंदू धर्म छोड़ने की चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हिंदू धर्माचार्य नहीं सुधरे, तो उचित समय पर वह भी बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की तरह बौद्ध धर्म अपना सकती हैं.
कार्यकर्ता सम्मेलन में बाबासाहेब भीम राव अम्बेडकर का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा कि बाबा साहब ने हिंदू धर्म में छुआछूत के चलते बौद्ध धर्म अपनाया था. और इस घटना के बाद भी हिन्दू धर्माचार्य अभी तक नहीं सुधरे हैं. इसके चलते आने वाले समय में मैं भी बौद्ध धर्म अपना सकती हूं.
वहीं बसपा प्रमुख ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में धर्म के नाम पर चारों तरफ भय का माहौल है. खास तौर पर मुस्लिमों में भाजपा और आरएसएस के चलते यह डर का माहौल बढ़ता ही जा रहा है. मायावती ने अपने कार्यकर्ताओं को आगाह भी किया कि भाजपा हिंदुत्व को एजेंडा बनाकर लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में जुट गई है.
मायावती ने कहा कि “बीजेपी दलित और मुसलमानों को प्रताड़ित करने का काम कर रही है.” सहारनपुर हिंसा पर मायावती ने कहा, “शब्बीर पर गांव में जब दलितों का उत्पीड़न हुआ, मैंने जब मुद्दे को राज्यसभा में रखने की कोशिश की, तब सरकार के मंत्री और सांसदों ने मुझे बोलने नहीं दिया. इसी कारण मैंने दलितों के हित के लिए राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.”

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