नई दिल्ली। लोगों का पसंदीदा बर्गर आउटलेट मैक्डॉनल्ड्स के दिल्ली में मौजूद 50 में से 43 रेस्तरां आज से बंद हो गए है. कनॉट प्लाजा रेस्ट्रान्ट्स प्राइवेट लिमिटेड बोर्ड (सीपीआरएल) ने इसका फैसला बोर्ड मीटिंग में लिया. इस फैसले के बाद मैक्डी में काम कर रहे 1700 कर्मचारियों के सामने बेरोजगारी की संकट मंडराने लगा है. सूत्रों की माने तो इस फैसले का मुख्य कारण सीपीआरएल बोर्ड के पूर्व प्रबंध निर्देशव विक्रम बख्शी और मैक्डॉनल्ड्स के प्रबंधक के बीच चल रहे विवाद है.
बता दें कि सीपीआरएल, विक्रम बक्शी और अमेरिकी मैकडोनाल्ड के बीच 50-50 फीसद साझेदारी का ज्वाइंट वेंचर है. जो उत्तर और पश्चिम भारत में फास्ट फूड चेन का संचालन करते हैं. सीपीआरएल के पूर्व प्रबंध निदेशक विक्रम बक्शी 168 रेस्त्रां का संचालन करते हैं. बक्शी ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. लेकिन 43 रेस्त्रां का संचालन अस्थायी रूप से बंद किया जा रहा है. विक्रम बक्शी अपनी पत्नी सहित सीपीआरएल बोर्ड में है और बोर्ड पर वर्चस्व रखते हैं.
ये है मैक्डी के बंद होने की वजह
मैक्डी आउटलेट्स को बंद करने का एलान स्काइप के जरिए हुई बोर्ड बैठक के दौरान लिया गया. रेस्तरां को अस्थायी तौर पर बंद की वजह बख्शी और मैकडॉनल्ड्स के बीच चल रही लड़ाई को माना जा रहा है. जिसकी वजह से सीपीआरएल आवश्यक स्वास्थ्य लाइसेंस रिन्यू कराने में असफल हो गई है. बख्शी को सीपीआरएल के प्रबंध निदेशक पद से अगस्त 2013 में हटा दिया गया था. इसके बाद बख्शी और मैकडॉनल्ड्स के बीच लंबी कानूनी लड़ाई चल रही है, जिसमें उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी फास्ट फूड चेन को कंपनी लॉ बोर्ड में घसीट लिया था. फिलहाल इस मामले में बोर्ड का फैसला नहीं आया है. मैकडॉनल्ड्स लंदन कोर्ट ऑफ इंटरनैशनल आर्बिट्रेशन में बख्शी के खिलाफ मुकदमा लड़ रही है.
इस खबर का संपादन नागमणि कुमार शर्मा ने किया है.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।