छत्तीसगढ़। प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मनरेगा का मजाक उड़ाया था. उन्होंने कांग्रेस का मजाक उड़ाते हुए कटाक्ष किया था कि वह मनरेगा को जिंदा रखेंगे, ताकि लोगों को पता चल सके कि कांग्रेस ने कैसी योजना शुरू की थी. लेकिन वही भाजपा की सरकार अब मनरेगा मजदूरों से काम तो करवा रही है, लेकिन उनको पैसे नहीं दे रही है. छत्तीसगढ़ से खबर है कि वहां मनरेगा मजदूरों को 2015 से पैसे नहीं मिले.
छत्तीसगढ़ विधानसभा में यह सवाल खुद भाजपा के विधायक ने उठाया. प्रश्नकाल के दौरान बिलाईगढ़ से भाजपा विधायक डॉ. सनम जांगड़े ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र के कम से कम 20 ग्राम पंचायतों में काम पूरा होने के बाद भी मजदूरों को भुगतान नहीं हुआ है. जांगड़े ने कहा कि 2015 से 20 ग्राम पंचायतों में मजदूरों को मजदूरी नहीं मिली है. भाजपा विधायक के सवाल उठाने के बाद विपक्ष ने भी सरकार को इस मुद्दे पर घेरना शुरू कर दिया. इसके बाद और भी कई अन्य विधायक जांगड़े के प्रश्न के समर्थन में उतर आये और दावा किया कि पूरे प्रदेश मे यही हाल है. विधायकों ने विधानसभा की समिति बनाकर जांच की मांग की. साथ ही मजदूरों को ब्याज समेत भुगतान की मांग करते हुए सदन से वाक आउट कर दिया.

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