दिल्ली। लोकसभा के नियमो का उल्लघंन करके बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी के लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर मुश्किल में फंस गए हैं. उन पर आरोप लगे हैं कि लोकसभा की कार्यवाही के दौरान जब विपक्षी सदस्य हंगामा कर रहे थे तो उन्होंने अपने फोन से उसका वीडियो बनाया. विपक्षी दलों की ओर से 24 जुलाई को अनुराग ठाकुर की इस हरकत का कड़ा विरोध किया गया, जबकि आप सांसद भगवंत मान ने मामले को लेकर स्पीकर को एक पत्र लिखकर विरोध जताया गया. हालांकि अनुराग ठाकुर की ओर से पूरे मामले पर माफी मांग ली गयी है पर उनकी इस गलती को नोटिस कर लिया लिया गया है.
हालांकि विपक्ष अनुराग ठाकुर के खिलाफ भगवंत मान की तरह कार्रवाई करने की मांग पर अड़ा है. मामले में कांग्रेसी सांसद मल्लिकार्जुल खड़गे ने जानना चाहा कि आखिर क्यों नहीं अनुराग ठाकुर के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. मल्लिकार्जुन खडगे ने स्पीकर सुमित्रा महाजन से कहा कि सांसद भगवंत मान के खिलाफ ऐसे ही एक आरोप में कार्रवाई करते हुए संसद के दो सत्रों के लिए निलंबित कर दिया था. मान पर संसद के बाहर का वीडियो शूट करने का आरोप था, जबकि अनुराग ठाकुर पर संसद के भीतरी भाग का वीडियो लेने का आरोप है. ऐसे में क्यों नहीं उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
मामले में स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा कि मेरे नोटिस में ऐसा कुछ नहीं आया है. लेकिन फिर भी अगर ऐसा कुछ हुआ है, तो वो निंदनीय है. मामले को लेकर सुमित्रा महाजन ने अनुराग ठाकुर से कहा कि अगर आपने ऐसा कुछ किया है, तो आपको सदन से माफी मांगनी चाहिए. स्पीकर के ऐसा कहने पर अनुराग ठाकुर ने एक बयान देते हुए अपनी हरकत पर माफी मांगी.
विपक्ष के हंगामे और शोर-शराबे के बीच अनुराग ठाकुर ने कहा कि अगर किसी को मेरे मोबाइल से आपत्ति है, तो मैं खेद व्यक्त करता हूं. स्पीकर सुमित्रा महाजन ने अनुराग ठाकुर को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ऐसी हरकत भविष्य में दोहरायी गयी, तो सख्त कार्रवाई की जाएंगी और जो भी संसद की गरिमा को ठेस पंहुचायेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।