नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सबसे करीबी रहे और तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता मुकुल रॉय ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. पूर्व रेल मंत्री मुकुल रॉय केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में पार्टी में शामिल हुए.
भाजपा में शामिल होने के बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुकुल राय ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में काम करने का गर्व होगा. भाजपा साम्प्रदायिक नहीं बल्कि धर्म निरपेक्ष है और निकट भविष्य में पश्चिम बंगाल में पार्टी सत्ता में आएगी. उन्होंने आगे कहा कि मेरा पूरा विश्वास है कि भाजपा के समर्थन के बिना तृणमूल कांग्रेस बंगाल में सत्ता में नहीं पहुंच सकती थी.
मुकुल रॉय ने कहा कि 1998 में ममता बनर्जी भाजपा के साथ मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ी. 1999 में तृणमूल राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन की सहयोगी बनकर चुनाव लड़ी और ममता जी वाजपेयी सरकार में मंत्री भी बनी. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मुकुल रॉय के अनुभव का पार्टी को लाभ मिलेगा. प्रसाद ने कहा कि मुकुल रॉय तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्य रहे हैं और उन्होंने तृणमूल कांग्रेस को सत्ता में पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. रॉय ने प्रभावशाली तरीके से माकपा के 30 वर्षों के शासन के दौरान जारी ज्यादतियोंं के खिलाफ संघर्ष किया और उस समय माकपा के आतंक को समाप्त करने में हिम्मत से लड़े.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ मिलकर तृणमूल कांग्रेस की स्थापना करने वालों में शामिल रहे मुकुल रॉय यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं. मुकुल रॉय के भाजपा में शामिल होने की अटकलें काफी दिनों से चल रही थी. पिछले माह ही राज्यसभा से उनका इस्तीफा मंजूर किया गया था. राय ने 11 अक्टूबर को राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा था. मुकुल राय का इस्तीफा ममता बनर्जी के लिए बड़ा झटका है.
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