नई दिल्ली। देश का सबसे बड़ा कंटेनर बंदरगाह भी साइबर हमले की चपेट में आ ही गया. मुंबई के जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) का कामकाज बुधवार को ताजा साइबर हमले के कारँ प्रभावित हुआ. मुंबई स्थित जेएनपीटी के परिचालक एपी मोलर माएस्क को अपने टर्मिनल के ट्रैफिक को अन्य दो इकाइयों की ओर हस्तारिंत करने को कहा गया है. जहाजरानी मंत्रालय के एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है कि जेएनपीटी के एक टर्मिनल का परिचालन माएस्क हेग के कार्यालय पर हमले से प्रभावित हुआ.
राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा संयोजक गुलशन राय स्थिति से निपटने के लिए मुंबई पहुंच गए हैं. बंदरगाह के एक अधिकारी के मुताबिक टर्मिनल पर परिचालन काफी धीमा हुआ है. हमने उनसे ट्रैफिक को अन्य दो टर्मिनलों पर डायवर्ट करने को कहा है. इस प्रभावित टर्मिनल पर आयात और निर्यात वाले 4,500 कंटेनर प्रतिदिन चढ़ते-उतरते हैं.
गौरतलब है की कुछ महीनें पहले भी रेनवेयर नाम के एक वायरस ने भारत के तकनीकी कार्यालयों का काफी कामकाज ठप कर दिया था और अब इस वायरस ने दस्तक देकर भारत सरकार की दिक्कतें बढ़ा दी हैं.
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