लखनऊ। भाजपा नेता दयाशंकर के बयान के बाद हुए बसपा के धरना प्रदर्शन और नसीमुद्दीन सिद्दकी के विवादित बयान को लेकर एक नई सच्चाई सामने आई है. मीडिया में एक नया विडियो जारी हुआ है, जिसमें यह साफ दिख रहा है कि नसीमुद्दीन सिद्धीकी ने दयाशंकर की बेटी के बारे में कोई आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की है. नसीमुद्दीन सिद्दकी ने कहा था कि दयाशंकर सिंह अपनी पत्नी और बेटी पेश करें, हम सब के सामने वहीं शब्द कहें जो उन्होंने बहन मायावती के लिए कहा था.
जबकि मीडिया में जो खबर आई, उसमें नसीमुद्दीन सिद्दीकी के भाषण का आधा अंश ही दिखाया गया. मीडिया ने बसपा नेता के बयान को इस तरह से पेश किया, जिससे विवाद को काफी हवा मिल गई. मीडिया ने सिद्दीकी के बयान का आधा हिस्सा ही दिखाया. मीडिया में जो खबर चली, उसमें सिर्फ… दयाशंकर सिंह अपनी पत्नी और बेटी पेश करें…. इतना ही दिखाया गया, जबकि उसके बाद कही गई बात कि…. हम सब के सामने वहीं शब्द कहें जो उन्होंने बहन मायावती के लिए कहा था, वाले हिस्से को मीडिया ने गायब कर दिया.
जबकि सिद्दीकी के इसी बयान को लेकर दयाशंकर की पत्नी स्मिता सिंह ने बसपा अध्यक्ष मायावती, नसीमुद्दीन सिद्दीकी और सतीश चंद मिश्रा पर एफआईआर दर्ज करा दिया. उनका कहना था कि बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दकी ने उन्हें अभद्र बातें कहीं, जबकि इस नए वीडियो में साबित हो गया है नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कोई विवादित बयान नही दिया है. उनका बयान विभिन्न मीडिया चैनलों में तोड़-मरोड़ का पेश किया गया है.
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।