रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में हथियारबन्द बेखौफ हत्यारों ने नलकूप पर सो रहे दरोगा की धारदार हथियार से हत्याकर मौत के घाट उतार दिया. हत्यारों की क्रूरता का अन्दाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हत्या के बाद वे दरोगा का गुप्तांग भी काटकर उठा ले गए. हत्या की घटना की खबर समूचे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई. घटनास्थल पर बेकाबू हुई भीड़ ने चार घंटे तक लखनऊ-इलाहाबाद नैशनल हाइवे को जाम कर दिया. रोड जाम को हटाने में पुलिस के पसीने छूट गए. मृतक दारोगा के भाई की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और छानबीन में जुट गई है.
नलकूप के चौकीदार गुरु प्रसाद निवासी मझिगवां करन के अनुसार, रात करीब 10 बजे करीब आधा दर्जन लोग वहां पहुंचे और बरामदे में सो रहे दरोगा धर्मेन्द कुमार गौतम (48) पुत्र धनश्याम पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. चौकीदार ने बताया कि हत्यारों ने उनकी आंख में पट्टी बांधकर दूसरे कमरे में बंद कर दिया और दरोगा को मौत के घाट उतार दिया. बताया जाता है कि दरोगा धर्मेन्द्र कुमार अमेठी जनपद में सर्विलांस सेल में तैनात थे और दो दिन की छुट्टी पर घर आए हुए थे. मृतक दरोगा का मूल निवास हरचंदपुर थाना क्षेत्र का मझिगवां करन गांव है और वर्तमान में उनका परिवार सीएचसी बछरावां के निकट रहता है.
दरोगा धर्मेन्द्र कुमार की नृशंस हत्या की खबर सुबह करीब 4 बजे चौकीदार गुरु प्रसाद द्वारा उनके परिजनों को दी गई. घटना की जानकारी होते ही पास-पड़ोस के गांवों के सैकड़ों लोग घटनास्थल पर पहुंच गए. आक्रोशित लोगों ने लखनऊ-इलाहाबाद राजमार्ग को जामकर दिया और पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह व बछरावां विधायक रामनरेश रावत ने लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया और जाम खिलवाया.
मृतक के भाई वीरेन्द्र कुमार गौतम जिला पंचायत सदस्य बछरावां ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. घटना को लेकर क्षेत्र मे भय एवं दहशत का माहौल बना हुआ है. पुलिस घटना की छानबीन में जुट गई है.
दरोगा की हत्या के समय कमरे में बंद चौकीदार कमरे के बाहर कैसे निकला और पूरी रात गुजारने के बाद सुबह 4 बजे परिजनों को सूचना देने पहुंचा? रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक चैकीदार कहां रहा? यह सब जांच के विषय हैं.
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