नशे की लत का शिकार एक शख्स का नशा मुक्ति केंद्र में इलाज चल रहा था, जहां उसकी पत्नी भी जॉब करती थी. काफी समय से बेरोजगार उस शख्स ने दो दिन पहले ही प्राइवेट जॉब पर जाना शुरू किया था लेकिन शुक्रवार को उस शख्स ने पूरे परिवार को क्रूर तरीके से मौत दे दी. पत्नी के सिर पर हथौड़ा मारा, तीन मासूम बच्चों के मुंह पर काला टेप बांधकर उनका गला घोंट दिया और खुद के भी मुंह पर टेप बांधकर मौत को गले लगा लिया. दिल दहलाने वाली यह घटना दिल्ली-एनसीआर के गाजियाबाद में घटी.
गाजियाबाद के थाना मसूरी इलाके के न्यू शताब्दीपुरम कॉलोनी में शुक्रवार की सुबह उस वक्त अफरातफरी का माहौल हो गया जब लोगों ने एक शख्स द्वारा अपने तीन बच्चों और पत्नी समेत आत्महत्या करने की खबर सुनी. जैसे ही इस खबर को लोगों ने सुना तो लोगों का भीड़ मौके पर पहुंच गई और इसकी सूचना आनन-फानन में स्थानीय पुलिस को दी गई.
सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे के अंदर से बंद दरवाजे को मुश्किल से तोड़ा तो पुलिसकर्मियों के भी होश उड़ गए क्योंकि बेड के पास पत्नी लहूलुहान हालत में तड़प रही थी और पति और उनके तीन बच्चे मृत अवस्था मे पड़े हुए थे. आनन-फानन में पुलिस ने तड़प रही महिला को अस्पताल पहुंचाया और उसके पति व तीनो बच्चों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. बाद में पत्नी की भी मौत हो गई.
मिली जानकारी के अनुसार, 42 साल के प्रदीप कुमार नाम का शख्स अपने माता-पिता, बहन, पत्नी एवं तीन बच्चों के साथ थाना मसूरी इलाके की न्यू शताब्दीपुरम कॉलोनी में पिछले काफी समय से रह रहा था. प्रदीप और उनकी पत्नी एवं तीनों बच्चे अपने कमरे में सोए हुए थे. शुक्रवार की सुबह जब उनके कमरे का दरवाजा नहीं खुला और कोई हलचल नहीं दिखाई दी तो घर में मौजूद अन्य लोगों ने उनका दरवाजा खटखटाया लेकिन बाद भी उन्हें अंदर से कोई जवाब नहीं मिला तो परिवार वालों को शक हुआ.
उन्होंने खिड़की से अंदर देखा तो बिस्तर पर प्रदीप और उसके तीनों बच्चे 8 साल की मनस्वी, 5 साल की यशस्वी और 3 साल के ओजस्वी के शव पड़े थे. प्रदीप और तीनों बच्चों के मुंह पर करीब 4 इंच चौड़ा काले रंग का टेप बुरी तरह लिपटा हुआ था जबकि 40 वर्षीय पत्नी संगीता बिस्तर से नीचे लहूलुहान हालत में पड़ी हुई थी. उसके सिर में गंभीर चोट थी और वह तड़प रही थी. पास में ही खून से सना एक हथौड़ा पड़ा हुआ था. वह पूरी तरह बेहोशी की हालत में पड़ी हुई थी. पुलिस ने आनन-फानन में संगीता को अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी मौत हो गई.
पुलिस द्वारा की गई शुरुआती जांच में ऐसा लगता है कि प्रदीप ने पहले अपनी पत्नी के सिर में हथौड़े से वार किए उसके बाद तीनों बच्चों के मुंह पर टेप लगाकर उनकी हत्या की है. उसके बाद खुद ने भी अपने मुंह पर टेप लपेट कर आत्महत्या कर ली है क्योंकि जिस कमरे में यह पूरा परिवार था उस कमरे का अंदर की तरफ से दरवाजा बंद था. पुलिस के द्वारा ही दरवाजे को कड़ी मशक्कत के बाद तोड़ा गया.
बताया जा रहा है कि प्रदीप निजी कंपनी में जॉब किया करता था और इस मकान में उनके माता-पिता एक बहन और इनकी पत्नी एवं तीन बच्चे रहते थे. माता-पिता और बहन घर के दूसरे कमरे में थे. उनका भी कहना है कि उन्होंने किसी तरह की कोई चीख पुकार नहीं सुनी. सुबह जब रोजाना की तरह उनका दरवाजा नहीं खुला तो उन्हें खिड़की के माध्यम से देखा गया तो इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई और पुलिस ने ही दरवाजा तोड़कर सभी को बाहर निकाला है.
पुलिस का कहना है कि मौके से सुसाइड नोट मिला जिसकी हम जांच कर रहे हैं. सुसाइड नोट में शक की बात की गई है और पारिवारिक क्लेश का मामला सामने आ रहा है. पड़ोसियों ने बताया कि प्रदीप शराब भी पीता था जिसको लेकर झगड़ा होता था. दो दिन पहले प्रदीप ने प्राइवेट जॉब पर जाना शुरू किया था. पत्नी नशा मुक्ति केंद्र में जॉब करती थी जहां उसके पति का इलाज भी चल रहा था.
उधर, घटना की जानकारी मिलते ही गाजियाबाद के एसएसपी भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. फिलहाल, पुलिस अभी पूरे मामले की जांच में जुटी है कि आखिरकार प्रदीप ने ऐसा कदम किस लिए उठाया है. सुसाइड नोट में लिखी बातों का भी परीक्षण किया जा रहा है.
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