भोपाल। एक पुलिसवाले ने अपनी जान की बाजी लगाकर 400 स्कूली बच्चों की जान बचाई. हेड कांस्टेबल अभिषेक पटेल अपने हाथों में करीब 10 किलो का बम उठाकर बच्चों से दूर ले गए. अभिषेक बम को बच्चों से करीब 1 किमी. दूर लेकर भागे.
एक अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट के अनुसार यह मामला मध्यप्रदेश का है. अभिषेक ने बताया कि मेरा लक्ष्य सभी बच्चों को सुरक्षित करना था. बम ले जाते समय थोड़ा डर भी लगा लेकिन फिर भी मन में एक खुशी थी कि अगर मुझे कुछ होता है तो मैं इतने लोगों की जान बचा लूंगा.
अभिषेक ने बताया कि सूचना मिलते ही वह 10 मिनट बाद ही मौके पर पहुंच गए और स्कूल को खाली कराया. लेकिन जैसे ही बम की सूचना इलाके के लोगों को लगी तो वह भी आस-पास इकट्टठे हो गई. उन्होंने कहा कि मैं बम को रिहायशी इलाके से लेकर दूर भागा. बम को हाथ में लेकर भागते हुए उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है.
आपको बता दें कि भोपाल के एक स्कूल में शुक्रवार को बम की खबर आई थी. जिसके बाद 100 नंबर पर शिकायत की गई. जब वहां पर पुलिस आई तो उन्होंने बम देखा और स्कूल को खाली करने को कहा. सभी बच्चों को स्कूल से बाहर जाने को कहा. स्कूल के एक छात्र ने बताया कि जैसे ही स्कूल में बम की खबर आई, टीचर्स ने बच्चों की छुट्टी कर दी. हालांकि बाद में हालात को काबू में पा लिया गया.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।