सहारनपुर। भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद रावण की गिरफ्तारी के खिलाफ कल 8 मार्च को जेल भरो आंदोलन से पहले पुलिस ने भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को डराना शुरू कर दिया है. अमर उजाला के मुताबिक सहारनपुर पुलिस ने भीम आर्मी के पांच प्रमुख कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी कर दिया है और उनको मुचलका में पाबंद किया जा रहा है.
पुलिस ने 9 मई 2017 में हुई घटना के मामले में नामजद हुए सौ से अधिक लोगों पर गिरफ्तारी के लिए दबाव बनाया है, जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने जमानत करानी शुरू कर दी. पुलिस ने इस मामले में 500 से अधिक लोगों को नोटिस भेजा है, जिससे भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं में रोष है. नोटिस में कहा गया है कि वे भीम आर्मी के सक्रिय कार्यकर्ता हैं और उनकी गतिविधियों के चलते माहौल खराब होने की संभावना है.
दरअसल भीम आर्मी की 18 फरवरी को हुई सभा में पुलिस ने गुपचुप तरीके से प्रमुख पदाधिकारियों के अलावा भीड़ की भी वीडियोग्राफी करा ली थी. सूत्रों के अनुसार भीड़ में से लोगों की पहचान कराकर उन्हें चिह्नित कर उनपर कार्रवाई की जा रही है. चंद्रशेखर उर्फ रावण को जेल से रिहा कराने के लिए भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने 8 मार्च को जेल भरो आंदोलन करने की घोषणा की है. इस संबंध में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जेल में चंद्रशेखर रावण से भी मुलाकात की. भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया ने कहा है कि भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण ने उन्हें गिरफ्तारी देने के लिए हरी झंडी दे दी है. उन्होंने समर्थकों से बेझिझक होकर गिरफ्तारी देने का आह्वान किया.

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