कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी की सरकार गिरने के कगार पर है. एक के बाद एक विधायकों के इस्तीफे ने सरकार को मुश्किल में डाल दिया है. तो वहीं कई विधायकों के भाजपा के संपर्क में होने की पुष्टि हुई है. एक निर्दलीय विधायक को येदुरप्पा के पीए के साथ देखे जाने के बाद हलचल और तेज हो गई है. हालांकि कांग्रेस नेता सिद्धारमैया और जद (एस) के नेता और मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी हर कीमत पर सरकार बचाने के लिए जुट गए हैं.
एक बड़ा दाव चलते हुए कांग्रेस पार्टी के कोटे से उप मुख्यमंत्री सहित तमाम मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. तो वहीं ताजा खबर के मुताबिक कांग्रेस के बाद जेडीएस के भी सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. माना जा रहा है कि ऐसा कर के रुठे विधायकों को वापस लाने और उन्हें मंत्रीपद देकर मनाने की कोशिश की जा रही है. दरअसल मई 2018 में सत्ता की कमान मिलने से अब तक उनका सफर बेहद चुनौतियों भरा रहा है. वर्तमान हालात यह है कि कांग्रेस के 10 और जेडीएस के 3 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं, जबकि एक निर्दलीय ने सरकार से समर्थन वापस लेते हुए बीजेपी के समर्थन का ऐलान कर दिया है. इस पूरे सियासी घटनाक्रम के बाद विधानसभा के समीकरण ऐसे हो गए हैं कि भारतीय जनता पार्टी बहुमत की स्थिति में नजर आ रही है.
इस्तीफे स्वीकार होने की स्थिति में मौजूदा समीकरण देखे जाएं तो कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन के पास 105 विधायक रह जाएंगे. जबकि बीजेपी के पास पहले से ही 105 विधायक हैं. अब कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस लेने वाले निर्दलीय विधायक नागेश ने भी बीजेपी को सपोर्ट का ऐलान कर दिया है. इस तरह बीजेपी की संख्या 106 हो जाएगी, जो मौजूदा स्थिति में बहुमत का आंकड़ा है. इस तरह अगर कांग्रेस-जेडीएस विधायकों के इस्तीफे स्वीकार होते हैं तो बीजेपी सरकार बनाने की स्थिति में आ जाएगी. लेकिन सिद्धारमैया और कुमारस्वामी ने इस्तीफा देने वाले विधायकों को जिस तरह अपने पाले में लाने के लिए चाल चल दी है, उससे सरकार बचने के आसार बढ़ गए हैं.