नई दिल्ली। प्रद्युम्न ठाकुर मर्डर केस को लेकर आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं. इसी बीच आरोपी कंडक्टर अशोक और आरोपी छात्र के रिश्तेदारों के बीच बातचीत का ऑडियो वायर हो रहा है. इस ऑडियो में आरोपी अशोक का मामा ओपी चोपड़ा आरोपी छात्र के एक रिश्तेदार से बातचीत कर रहा है.
इस बातचीत में आरोपी कंडक्टर का मामा कह रहा है कि अशोक को तो सीबीआई से क्लीन चिट मिली है और वो छूठ जाएगा. अशोक को निकल जाने दे फिर मैं तुम्हारे साथ आ जाउंगा. कंडक्टर अशोक कुमार के मामा ओपी चोपड़ा कह रहे हैं कि हम इस मामले को घुमा देंगे और सारा दोष स्कूल पर डाल देंगे. ऑडियो वायरल होने के बाद अशोक के मामा को सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया है.
पहला ऑडियो
ओ.पी. चोपड़ा (अशोक का मामा)- मैं तुम्हें टेक्निक बताऊंगा. मैंने तुम्हारा नंबर डिलीट कर दिया है, जो मैंने दुकान से लिया था. मीडिया मेरे पास आएगा. तुम यहां मत आना. जल्दबाजी में मामला खराब हो सकता है. ये केस तुम्हार फेवर में रहेगा. हम लोग इस मामले को नया मोड़ दे देंगे और सारा दोष स्कूल पर डाल देंगे. ये स्कूल की ओर से किया है.
आरोपी स्टूडेंट का रिश्तेदार- जी ये स्कूल की ओर से ही किया गया है.
ओ.पी. चोपड़ा- तुम नहीं जान सकते ये कैसे हुआ.
आरोपी स्टूडेंट का रिश्तेदार- आप मुझे बताएं इस मामले से कैसे निपटा जाए.
ओ.पी. चोपड़ा- ठीक है वक्त आने पर बताऊंगा कि कब और क्या करना है. जल्दबाजी मत करो.
आरोपी स्टूडेंट का रिश्तेदार- आप मुझे बताएं कि कहां आना है?
ओ.पी. चोपड़ा- मैं तुम्हें बताऊंगा कि कौन लोग हैं जो तुम्हारी मदद कर सकते हैं.
आरोपी स्टूडेंट का रिश्तेदार- आप किस वक्त मुझे कॉल करेंगे?
ओ.पी. चोपड़ा- पहले मुझे मेरे भांजे अशोक को इस मामले से निकालना है. वकील साहब (आरोपी स्टूडेंट का पिता) से कहिए कि वो परेशान न हों. नहीं तो वो अपने बेटे को खो देंगे. आशा मत छोड़िए, मैं आपकी मदद करूंगा. ये सीबीआई का मामला है. अगर ये लोकल पुलिस का मामला होता तो अब तक निपट गया होता. सीबीआई को जांच करने दीजिए.
आरोपी स्टूडेंट का रिश्तेदार- क्या हमारे पास पूरे सबूत हैं.
ओ.पी. चोपड़ा- हां हमारे पास पूरे सबूत हैं. मैं आपको बताऊंगा कि स्कूल की क्या गलती है.
दूसरा ऑडियो
ओ.पी. चोपड़ा- तुम दुकान पर नहीं हो क्या? मैं ड्राइवर के परिवार से मिला. ड्राइवर और माली को टॉर्चर किया गया है. हमें कुछ करना होगा.
आरोपी स्टूडेंट का रिश्तेदार- हां, हमें कुछ तो करना होगा.
ओ.पी. चोपड़ा- दोनों ने मुझसे कहा कि आपका बच्चा निर्दोष है. प्रिंसिपल दोषी हैं. उन्होंने इस मामले में बच्चे को फंसा दिया. आप शांत रहें.
आरोपी स्टूडेंट का रिश्तेदार- हां हम शांत हैं और कुछ नहीं कर रहे.
ओ.पी. चोपड़ा- सीबीआई किसी को मारती नहीं है. अशोक को भी कभी नहीं मारा गया. मीडिया हमारे फेवर में है. अब मेरा ध्यान स्कूल के स्टॉफ पर है. मैं इस मामले को अलग-अलग चैनल में ले जाऊंगा. सीबीआई की खिलाफत मत करो.
आरोपी स्टूडेंट का रिश्तेदार- हां, अशोक जानता है कि क्या सही है और क्या गलत. वो सच जानता है.
ओ.पी. चोपड़ा- उसे बाहर आने दो. वो दो तीन महीने में बाहर आ जाएगा.
आरोपी स्टूडेंट का रिश्तेदार- क्या उनकी ओर से तुम्हें पैसे दिए गए?
ओ.पी. चोपड़ा- नहीं ये सब गलत है.
तीसरा ऑडियो
ओ.पी. चोपड़ा- जल्दबाजी में मत रहो. एक और लड़के का नाम सामने आएगा. इस मामले में स्कूल का रोल भी सामने आने वाला है.
आरोपी स्टूडेंट का रिश्तेदार- अच्छा जी, हम कुछ नहीं कर रहे.
ओ.पी. चोपड़ा- भाई साहब (आरोपी स्टूडेंट का पिता) से कहिए कि वो शांत रहें.
आरोपी स्टूडेंट का रिश्तेदार- आशोक कब बाहर आ रहा है?
ओ.पी. चोपड़ा- उसे बाहर आने दो, फिर मैं तुम्हारे साइड हो जाऊंगा.
आरोपी स्टूडेंट का रिश्तेदार- दूसरा लड़का कौन है? हम कब मिल सकते हैं. सारी बातें फोन पर नहीं की जा सकती.
ओ.पी. चोपड़ा- नहीं-नहीं मुझसे मिलने की जरूरत नहीं. मैं मीडिया से घिरा हुआ हूं.
आरोपी स्टूडेंट का रिश्तेदार- ठीक है जैसा आप कहें.
ओ.पी. चोपड़ा- सभी बच्चे फंसाए जा रहे हैं.
आरोपी स्टूडेंट का रिश्तेदार- हां, पहले अशोक और अब ये लड़का.
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।