अहमदाबाद। विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष पद से हटने के बाद प्रवीण तोगड़िया भाजपा नेताओं से खार खाए हुए हैं. तोगड़िया ने पद से हटते ही भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसके लिए उन्होंने राम मंदिर के निर्माण का मुद्दा फिर से उठा दिया है. तोगड़िया ने अहमदाबाद में राम मंदिर की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन उपवास शुरू कर दिया है. इससे सरकार खासे दबाव में आ गई है.
अध्यक्ष पद से हटने के बाद प्रवीण तोगड़िया राममंदिर निर्माण को लेकर माहौल बनाने की कोशिश में जुट गए हैं. प्रवीण तोगड़िया 32 साल तक विहिप के अध्यक्ष रहे. उन्होंने विहिप के नए अध्यक्ष एस कोकजे को उपवास में शामिल होने का आग्रह किया और कहा कि वह या तो उपवास में उनके साथ शामिल हों या संसद में राम मंदिर निर्माण के लिए विधेयक लाने के लिए दबाव बनाएं.
उन्होंने कहा कि विहिप ने कहा था कि एक बार हम (संघ परिवार) संसद में बहुमत में आएंगे तो हम विधेयक पास कर राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेंगे. विहिप ने लोगों से अयोध्या में कार सेवा करने के लिए और शहादत देने को भी कहा था. राम मंदिर के लिए करीब 60 लोगों ने अपनी शहादत दी थी और गुजरात के हजारों लोगों ने अपना योगदान दिया था. तोगड़िया ने मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि सीमाओं पर सैनिक सुरक्षित नहीं हैं. किसान खुदकुशी कर रहे हैं. हमारी बेटियां हमारे घरों में सुरक्षित नहीं हैं और प्रधानमंत्री विदेश दौरे पर गए हैं.
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