नई दिल्ली। हर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी ने रिकार्ड तोड़ दिया है. इस बढ़ोतरी से जहां लोग हलकान हैं तो विपक्षी दलों ने आज बढ़ रही कीमतों के खिलाफ भारत बंद बुलाया है. इजाफे के खिलाफ आज कांग्रेस समेत 21 दलों ने भारत बंद बुलाया है. इस बीच आज भी पेट्रोल-डीजल के रेट में कमी नहीं आई है, बल्कि दाम और बढ़ गए हैं. पेट्रोल के रेट में 23 पैसे की वृद्धि हुई है जबकि डीजल में 22 पैसे की बढ़ोतरी हुई है.
इसके साथ ही अब दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 80 रुपये 73 पैसे प्रति लीटर पहुंच गई है. जबकि मुंबई में एक लीटर पेट्रोल का दाम 88 रुपये 12 पैसे पहुंच गया है. वहीं, डीजल के रेट में भी राहत नहीं मिली है. आज इसके दाम में 22 पैसे की बढ़ोतरी हुई है, जिसके बाद दिल्ली में एक लीटर डीजल के लिए 72 रुपये 83 पैसे खर्च करने पड़ेंगे. जबकि मुंबई की बात की जाए तो यहां एक लीटर डीजल का रेट बढ़कर 77 रुपये 32 पैसे हो गया है.
बता दें कि पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के विरोध में कांग्रेस ने आज भारत बंद का आह्वान किया है. सुबह भारत बंद की अगुवाई यूपीए अध्यक्ष राहुल गांधी ने की तो दोपहर तक यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने कमान अपने हाथ में ले ली. कांग्रेस का दावा है कि उन्हें 21 दलों का समर्थन है. इससे पहले सुबह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. राहुल गांधी ने इस दौरान मानसरोवर से लाए जल को राष्ट्रपिता की समाधि पर चढ़ाया.
11 बजते-बजते बंद ने बड़ा रूप ले लिया. मुंबई से लेकर बिहार तक में बंद का असर देखने को मिला. बिहार में पप्पू यादव के समर्थकों द्वारा तोड़-फोड़ की भी खबर है.
Read it also-भीमा कोरेगांव: 12 सितंबर तक नज़रबंद रहेंगे सामाजिक कार्यकर्ता
दलित-बहुजन मीडिया को मजबूत करने के लिए और हमें आर्थिक सहयोग करने के लिये दिए गए लिंक पर क्लिक करेंhttps://yt.orcsnet.com/#dalit-dast
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।