त्रिची। तमिलनाडु में मेडिकल कॉलेज में एडमिशन नहीं मिलने की वजह से अनिता ने आत्महत्या कर ली. इसके बाद से ही मेडिकल एंट्रेस परीक्षा NEET को लेकर जोरदार प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. इतना ही नहीं लगभग 14 छात्र इसके विरोध में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर भी बैठ गए हैं।
खबरों के अनुसार तमिल राष्ट्रवादी संगठन नाम तालीमार काट्ची और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया जैसे संगठन नीट के खिलाफ चेन्नई और त्रिची की सड़कों पर उतर आए हैं. चेन्नई के माउंट रोड पर एसएफआई के प्रदर्शनकारियों रोड जाम कर दिया है. साथ ही अन्नासलाई को जाने वाला रास्ता भी बंद कर दिया है. प्रदर्शनकारियों ने पुतले जलाए हैं और मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की है. प्रदर्शन कर रहे तमिल संगठन नाम तामीलार काटची का कहना है कि मेडिकल एडमिशन के लिए नीट को ही एकमात्र क्राइटेरिया (पैमाना) बना देना गलत है. छात्रों को छूट मिलनी चाहिए ताकि स्टेट बोर्ड के छात्रों को भी बेहतर मौके मिल सके.
#WATCH: Villagers in Ariyalur district’s Kulumur protest over death of #Anitha who appealed against NEET in SC, demand justice #TamilNadu pic.twitter.com/m658uINM29
— ANI (@ANI) September 2, 2017
इसी बीच एआईएडीएमके नेती टीटीवी दिनाकरन ने अनिता की मौत पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “मैं हैरान हूं कि हम सबकी प्यारी बेटी ने नीट के खिलाफ संघर्ष करते हुए आत्महत्या कर ली.”
इसके बाद दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत और कमल हसन ने भी अनिता की मौत पर गहरा दुख प्रकट किया. रजनीकांत ने फेसबुक पर पोस्ट किया, “अनिता के साथ जो भी हुआ वो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. इस कदम को उठाने के पहले उस पर क्या बीत रही होगी मैं उस दर्द को समझ पा रहा हूं. मेरी संवेदनाएं उसके परिवार के साथ है.”
#RipAnitha pic.twitter.com/p5t507dLaQ
— Rajinikanth (@superstarrajini) September 1, 2017
जबकि कमल हसन ने लिखा, “वे अनिता को अपनी बेटी समान मानते हैं और वे उसके लिए अपनी आवाज उठायेंगे.” उन्होंने इसके पीछे राज्य सरकार और केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
दलित बोर्ड की स्टूडेंट अनिता ने मेडिकल में दाखिले के लिए नीट के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था. इसमें असफल होने पर उसने अपने घर पर परिजनों की अनुपस्थिति में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
बताया जाता है कि दाखिला ना मिलने पर वह अवसाद में जी रही थी. अनिता ने तमिलनाडु स्टेट बोर्ड से बारहवीं में 1,200 में से 1,176 नंबर लाए थे. हालांकि मेडिकल के लिए होने वाली नीट की परीक्षा में उसने 86 नंबर ही लाए थे. इधर अनिता के परिजन, रिश्तेदार और गांव वालों ने राज्य और केंद्र को उसकी मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए सड़कों पर विरोध प्रदर्शन शुरु किया है.
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