नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर सवालों के घेरे में आ सकते हैं. राहुल गांधी की चीनी राजदूत के साथ मुलाकात पर बवाल मच गया है. दरअसल, चीनी दूतावास के WeChat अकाउंट ने 8 जुलाई को राहुल की बैठक की पुष्टि की है, जबकि कांग्रेस ने राहुल गांधी की चीनी राजदूत से मुलाकात करने की खबरों को ‘फर्जी’ करार देते हुए सिरे से नकार दिया था.
गौरतलब है कि राहुल गांधी के भारत में चीनी राजदूत से मिलने की खबरें सिक्किम के डोकलाम में भारत-चीन सीमा विवाद के चलते आईं. भारत में चीनी दूतावास ने बताया कि 8 जुलाई को राजदूत लियो झाओहुई के साथ में राहुल गांधी से मिले. उन्होंने वर्तमान भारत- चीन संबंध के बारे में बातचीत की. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक साथ कई ट्वीट कर कहा कि कुछ समाचार चैनल भारत में चीन के राजदूत लियो झाओहुई के साथ राहुल गांधी की कथित मुलाकात की झूठी खबरें दिखा रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘न्यूज चैनल चीन का दौरा कर रहे तीन केंद्रीय मंत्रियों और जी20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी के रवैये पर सवाल खड़े नहीं करेंगे’. उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के बारे में ये खबरें विदेश मंत्रालय और खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने गढ़ी हैं.
कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रमुख राम्या ने कहा कि मुद्दा यह नहीं है कि राहुल गांधी ने चीनी राजदूत से मुलाकात की या नहीं? उन्होंने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले सप्ताह जर्मनी के हैम्बर्ग में जी-20 सम्मेलन के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ सीमा विवाद का मुद्दा क्यों नहीं उठाया?
उन्होंने सम्मेलन में मोदी और शी की तस्वीर को साझा करते हुए ट्वीट कर कहा, “चीन की घुसपैठ हो रही है और इस दौरान यह बैठक हुई और ‘कमजोर’ प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे के बारे में बात करना भी मुनासिब नहीं समझा.”
उन्होंने एक और ट्वीट में कहा, “अगर कांग्रेस उपाध्यक्ष ने चीनी राजदूत से मुलाकात की है तो भी मुझे यह कोई मुद्दा नहीं लगता. पर प्रधानमंत्री द्वारा निजी और सार्वजनिक तौर पर सीमा विवाद को नहीं उठाना मुद्दा जरूर है.”
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