पटना। नीतीश कुमार के सुशासन राज में दलितों पर लगातार अत्याचार जारी है. बिहार में आए दिन दलितों के साथ भेदभाव और मारपीट की घटनाएं सामने आती रहती है. 9 अक्टूबर को भी बिहार के आरा में पांच दलित महिलाओं के साथ बलात्कार होने की घटना सामने आई है. जिससे पूरे राज्य में हड़कंप मच गया है.
दरअसल, आरा के डुमरिया गांव की कबाड़ बीनने वाली पांच दलित महिलाएं कबाड़ बेचने कुरमुरी गांव गईं थी लेकिन रात होने की वजह से ये पांचों युवतियां गांव में ही रुक गईं. तभी रणवीर सेना का पूर्व एरिया कमांडर अपने साथियों के साथ आ धमका और बंदूक की नोंक पर इन सभी को एक दुकान में ले गया. जहां उसने और अपने साथियों के साथ मिलकर इन पांचों के साथ बारी-बारी से बलात्कार किया.
जब पीड़ित युवतियां पुलिस के पास शिकायत करने पहुंचीं तो उन्होंने इनका मेडिकल चेक भी नहीं कराया. जब मामला मीडिया के संज्ञान में आया तो राज्य में तूफान मच गया. कई राजनातिक संगठन पीड़िताओं के समर्थन में आ गए और आरा जिले में राज्य सरकार और प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे. आरजेडी नेताओं ने भी पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की.
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