वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने पीएम मोदी के एक बयान को लेकर उन पर फिर से निशाना साधा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंग्रेजी चैनल टाइम्स नाउ को दिए इंटरव्यू में कहा था कि आज के दौर में भारत का पासपोर्ट रखना गौरव की बात बन गई है। पीएम मोदी के मुताबिक-
‘जो लोग देश के बाहर रहते हैं और विदेशी दौरे पर जाते आते रहते हैं, उन्हें पता है कि आजकल भारतीय पासपोर्ट को कितने सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।’ अपने इस बयान से पीएम मोदी यह कहना चाहते थे कि केन्द्र में बीजेपी की सरकार आने के बाद विश्व मंच पर भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है। लेकिन उनके इसी जवाब पर वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने उन्हें कठघरे में खड़ा कर दिया है.अपने फेसबुक वॉल पर पीएम के इस बयान का जिक्र करते हुए रवीश ने लिखा है कि क्या प्रधानमंत्री कुछ भी बोल देते हैं. बकौल रवीश-“प्रधानमंत्री ने टाइम्स नाउ से कहा कि आज भारत के पासपोर्ट की काफी इज्ज़त है। अंग्रेज़ी वाले एंकर जुगल दिन भर तो विपक्ष विरोधी और हिन्दू मुस्लिम पत्रकारिता करते रहते हैं, थोड़ा गूगल कर लेते तो पता रहता। भारत से बाहर जाने वाले ही बता सकते हैं कि क्या पहले भारत के पासपोर्ट की इज्ज़त नहीं थी? और ये इज्ज़त होने का क्या मतलब है? क्या इस आधार पर लोगों को लौटा दिया जाता है? क्या आपको पता है कि शक्तिशाली पासपोर्ट वाले मुल्कों के मामले में भारत का स्थान एशिया में आख़िर के तीन देशों में हैं। ….
रवीश ने आखिर में लिखा है कि- अजीब हाल है। जवाब सुनकर लगा कि आज से पहले भारत ही नहीं था। कोई नाम नहीं जानता था और कोई इज्ज़त नहीं करता था।

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