नई दिल्ली। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद अध्यक्ष लालू यादव की दिल्ली से रांची जाने के दौरान रास्ते में ही तबियत खराब हो गई. पूर्व रेल मंत्री का तबियत बिगड़ने के बाद हंगामा मच गया. ट्रेन के कानपुर पहुंचने पर लालू दो डॉक्टरों ने लालू को इंजेक्शन लगाया, तब जाकर उनकी हालत में सुधार हुआ. इस दौरान ट्रेन 15 मिनट तक कानपुर स्टेशन पर रुकी रही. लालू 30 अप्रैल को दिल्ली के एम्स से डिस्चार्ज होने के बाद राजधानी एक्सप्रेस से रांची के रिम्स जा रहे थे. ताजा सूचना के मुताबिक लालू यादव 1 मई को रांची पहुंच गए हैं.
राजधानी के कानपुर पहुंचने पर आनन-फानन में दो डॉक्टरों ने उनकी जांच की तो पता चला कि उनका शूगर लेवेल बढ़कर 200 हो गया है. इसके बाद उन्हें इन्सूलिन का इंजेक्शन लगाया गया, तब जाकर उनकी हालत सुधरी. लालू यादव फर्स्ट क्लास कोच एच-1 में सफर कर रहे थे.
इससे पहले ट्रेन जैसे ही कानपुर स्टेशन पहुंची, ट्रेन को पुलिस ने चारों ओर से घेर लिया. कानपुर पहुंचने पर मीडिया का भी जमावड़ा लग गया लेकिन किसी को भी ट्रेन में घुसने की इजाजत नहीं दी गई. बता दें कि डिस्चार्ज की खबर सुनते ही लालू ने एम्स प्रशासन को चिट्ठी लिखकर कहा था कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है. उन्हें अभी चक्कर आता है, बाथरूम में भी गिर चुके हैं लेकिन एम्स में डॉक्टरों के पैनल ने उन्हें दुरुस्त बताते हुए रिम्स रेफर कर दिया. लालू ने इसे साजिश बताया है. उन्होंने अपने पत्र में ये भी लिखा था कि अगर उन्हें कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी एम्स की होगी.