भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने ऐलान किया है कि वे वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेंगे. चंद्रशेखर ने चुनाव न लड़ने की वजह के बारे में भी खुलासा किया है. चंद्रशेखर का कहना है कि उन्होंने चुनाव न लड़ने का फैसला इसलिए किया है कि क्योंकि वे महागठबंधन को कमजोर नहीं करना चाहते. उनके संगठन का साथ सपा-बसपा गठबंधन को मिलेगा. चंद्रशेखर ने हाल ही में ऐलान किया था कि वे वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनावों में उतरेंगे.
‘मिरर नाउ’ को दिए गए इंटरव्यू में चंद्रशेखर ने कहा, ‘पहले उम्मीद थी कि महागठबंधन मुझे समर्थन देगा लेकिन महागठबंधन का समर्थन न मिलने से मुझे निराशा हाथ लगी है. मेरा अंतिम उद्देश्य नरेंद्र मोदी को हराना है. बहुजन वोट मेरे लड़ने से बंट जाएगा. अगर फूट पड़ेगी तो लूट मचेगी.’
वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ न तो महागठबंधन ने किसी प्रत्याशी के नाम का ऐलान किया है न ही कांग्रेस ने. हालांकि यह बहुत पहले साफ हो गया था कि भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) की ओर से प्रधानमंत्री अपनी संसदीय सीट पर दोबारा चुनाव लड़ेगे.
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