बेंगलुरु। वरिष्ठ कन्नड़ पत्रकार और समाजसेविका गौरी लंकेश की मंगलवार(5 सितंबर) रात यहां उनके निवास पर तीन अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. गौरी नक्सलियों को सुधारने का प्रयास और उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिये विख्यात थी.
माना जा रहा है कि हमलावर गौरी की प्रतीक्षा कर रहे थे. वह गांधी नगर स्थित अपने कार्यालय से लौटने के बाद राजराजेश्वरी नगर स्थित अपने घर पहुंची और दरवाजा खोल रही थी, तभी हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई.
रिपोर्टों के अनुसार गौरी के शरीर पर तीन गोलियां लगी जबकि चार गोलियों के निशान दीवार पर हैं. घटना के बाद पुलिस आयुक्त समेत आला पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और वहां का मुआयना किया. मृतका का शव पोस्ट मार्टम के लिये भेज दिया गया है.
ये भी पढ़ेंःरिक्शा चालक के बेटे ने एथलेटिक्स में बनाया ऑल इंडिया रिकॉर्ड
मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने गौरी की आकस्मिक मौत पर दुख व्यक्त किया और उनके नक्सलियों को सुधारने के लिये किये गये योगदान को याद किया.
अपने अखबार में भाजपा के नेताओं के खिलाफ खबर प्रकाशित करने के बाद भाजपा सांसद प्रह्लाद जोशी ने लंकेश के खिलाफ मानहानि का केस दायर कर रखा था. पत्रकार की मौत पर मीडिया जगत के लोगों ने दुख और आश्चर्य व्यक्त किया है. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर सेलेब्रिटी भी जमकर इसकी खिलाफत में उतर आए हैं.
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।