नई दिल्ली। जनता दल यूनाइटेड में मचा घमासान दिल्ली पहुंच गया है. शरद यादव और नीतीश कुमार के बीच पार्टी पर हक को लेकर छिड़ी जंग के बीच शरद यादव शुक्रवार को चुनाव आयोग पहुंच गए. यहां शरद यादव ने दावा किया कि वो “असली” पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं और राष्ट्रीय परिषद के ज्यादातर सदस्य उनके साथ हैं.
शरद यादव के वकीलों ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात कर दावा किया कि वह पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं. लिहाजा पार्टी के सिंबल पर उनका हक है. शरद खेमे की ओर से चुनाव आयोग के सामने 14 राज्य यूनिटें के साथ होने का दावा किया गया है. शरद गुट का कहना है कि नीतीश कुमार के साथ सिर्फ बिहार की इकाई है. ज्यादातर राज्यों के अध्यक्ष हमारे साथ हैं इसलिए जदयू हमारी है, हमारी ही रहेगी.”
जबकि दूसरी ओर नीतीश खेमा भी इस मामले से निपटने को तैयार है. जनता दल यू के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने शरद यादव की इस बात को खारिज किया कि उनके साथ सिर्फ बिहार इकाई है. पूर्व मंत्री ने “दलित दस्तक” को बताया-
“शरद जी के साथ सिर्फ दो या तीन राज्य के लोग हैं. 14 राज्यों की बात गलत है. बाकी सभी एमएलए और एमएलसी भी हमारे साथ हैं, इसलिए हमें कोई चिंता नहीं है. फिर भी अगर चुनाव आयोग हमसे कुछ मांगेगा तो हम सारे कागजात देने को तैयार हैं.”
शरद खेमें द्वारा चुनाव आयोग में पार्टी और चुनाव चिन्ह पर दावा करने के बाद देखना यह दिलचस्प होगा कि चुनाव आयोग का रुख क्या होता है और वह किसके पक्ष में फैसला सुनाता है.