नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार संचालित अस्पतालों में 100 से ज्यादा बच्चों की मौत को लेकर पूरा देश सदमे में है. वहीं इसको लेकर योगी सरकार अब शिवसेना के निशाने पर है. पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के एक संपादकीय में इस तरह की घटनाओं की आलोचना करते हुए बच्चों की मौत को हत्या का मामला करार दिया गया है.
गोरखपुर स्थित बीआरडी मेडिकल कॉलेज और फर्रुखाबाद डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में मरे बच्चों के गरीब परिवार से होने का हवाला देते हुए शिवसेना ने कहा कि गरीबों के भगवान बनने की बजाय ये सरकारी अस्पताल उनके लिए मौत के भगवान साबित हो रहे हैं.
शिवसेना के अनुसार, स्वास्थ्य से जुड़ी संकटकालीन स्थिति के बीच सरकार संचालित अस्पताल ही सिर्फ और सिर्फ गरीबों के लिए आश्रय होते हैं. ऐसे में अगर ये अस्पताल ही इस तरह की लापरवाही बरतेंगे तो जरूरतमंद कैसे जीवित रह पाएंगे.
वहीं ऑक्सीजन की कमी के कारण गोरखपुर में बच्चों की मौत के लिए यूपी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए शिवसेना ने कहा कि इससे बिल्कुल स्पष्ट है कि अस्पताल में सुविधाओं को लेकर सरकार कितनी बेपरवाह है. इसके कारण बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 70 से ज्यादा बच्चों की मौत के बाद फर्रुखाबाद में भी इस तरह की घटना सामने आ गई, जिसमें कम से कम 50 बच्चों की मौत होने की बात कही जा रही है.
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