पटना। बिहार में महागठबंधन को छोड़कर भाजपा के साथ सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार कठघरे में हैं. लालू यादव और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद महागठबंधन तोड़ देने वाले नीतीश का नाम तकरीबन 900 करोड़ रुपये के सृजन घोटाले में आ रहा है. इसने नीतीश कुमार की परेशानी बढ़ा दी है. इसके बाद लालू यादव और तेजस्वी यादव सहित विपक्षी दलों को नीतीश को घेरने का मौका मिल गया है. लालू यादव ने यह भी आरोप लगाया है कि सृजन घोटाले की आंच से बचने के लिए ही नीतीश कुमार महागठबंधन को छोड़कर भाजपा की शरण में चले गए.
हाल ही में सामने आए इस घोटाले में एक एनजीओ, बैंक और कुछ बड़े सरकारी अधिकारियों की मिली भगत है. इसमें जदयू- भाजपा गठबंधन की सरकार का नाम भी आ रहा है. असल में यह मामला सरकारी खाते से गलत निकासी का है. सृजन महिला सहयोग समिति ने सरकारी विभाग और दो बैंकों के कर्मचारियों और अधिकारियों की सांठगांठ से फर्जीवाड़ा कर 884 करोड़ रुपए का चूना सरकारी खाते को लगाया था. मामला 2008 में खुला जब यहां विपिन कुमार जिलाधिकारी बनकर आएं. विपिन कुमार ने सरकारी पैसों का सृजन के खातों में ट्रांसफर को देखकर हैरत जताई थी और फौरन इस काम को रोकने की हिदायत दी थी. लेकिन इस फर्जीवाड़े को रोकने की बजाय नीतीश सरकार ने डीएम विपिन कुमार का तबादला कर दिया. इस तबादले ने साफ कर दिया कि इस मामले में बड़े लोग शामिल हैं.
नीतीश कुमार का नाम आने के बाद कल रात इस मामले में गिरफ्तार मुख्य अभियुक्त कल्याण विभाग के नाजिर महेश मंडल की जेल में अचानक हुई मौत से बवाल और बढ़ गया है. इस मौत को लेकर तमाम तरह की बातें हो रही हैं. इस मौत के बाद बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर सृजन घोटाले की तुलना मध्य प्रदेश के व्यापमं घोटाले से की है. साथ ही ये भी आशंका जताई है कि सृजन घोटाला व्यापमं से भी ज्यादा व्यापक है.
सृजन घोटाले में अब तक 18 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इनमें से 11 सरकारी अधिकारी और कर्मचारी हैं, जबकि 4 लोग सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड के और 3 बैंककर्मी हैं. नीतीश कुमार और सुशील मोदी के कार्यकाल के दौरान हुए इस घोटाले को लेकर लालू यादव का पूरा कुनबा इन दोनों पर हमलावर है और इस्तीफे की मांग की है. लालू यादव और राबड़ी देवी ने नीतीश और सुशील मोदी का इस्तीफा देने तक संघर्ष जारी रखने का ऐलान कर दिया है. आज से बिहार विधानसभा का मानसून सत्र शुरु हो गया है और राजद ने नीतीश और सुशील मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

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