अमेरिका के न्यूयार्क से शानदार खबर आई है। यहां एक रोड का नाम बाबासाहेब डॉ. आंबेडकर के नाम पर घोषित किया गया है। अब तक 61 स्ट्रीट और ब्रॉडवे के नाम से जाने जाने वाली सड़क को अब ‘डॉ. बी. आर. अंबेडकर वे’ भी कहा जाएगा। भारत से बाहर दुनिया के किसी भी हिस्से में संभवतः यह पहला मौका है, जब किसी सड़क का नाम बाबासाहेब आंबेडकर के नाम पर रखने की घोषणा हुई है। अमेरिका में यह इतिहास 25 जून को तब मना जब भारत में डॉ. आंबेडकर के संघर्ष में अहम भूमिका निभाने वाले छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती मनाई जा रही थी।
इसमें न्यूयार्क के श्री गुरु रविदास मंदिर समिति की अहम भूमिका रही है। दरअसल बीते दिनों रविदास जयंती के मौके पर न्यूयार्क स्थित श्री गुरु रविदास मंदिर पर जिस तरह हजारों लोग शामिल हुए, उससे स्थानीय तौर पर हलचल मच गई। तभी से रविदासिया समाज और बाबा साहेब को मानने वाले लोगों को लेकर स्थानीय प्रशासन गंभीर था। साथ ही इस समाज को अपने पाले में लाने के लिए भी कोशिशें शुरू हो गई। इसी बातचीत के बाद डॉ. बी. आर अंबेडकर वे बनने का रास्ता निकला। यहां तक की न्यूयार्य में डिस्ट्रिक्ट 26 की काउंसिल मेंबर जूली वोन ने खुद इसकी जानकारी ट्विट की और डॉ. आंबेडकर को महान बताते हुए उनके योगदान का जिक्र किया।
जब इस सड़क को आधिकारिक तौर पर अनाउंस किया गया, और नाम पर से पर्दा हटा तो वहां इस खास पल को सेलिब्रेट करने के लिए हजारों अंबेडकरवादी मौजूद थे। खास बात यह भी रही कि इस मौके का साक्षी बनने के लिए अमेरिका के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले तमाम अंबडकरवादी पहुंचे थे। उन सभी ने जय भीम के नारे के साथ इस पल को अपने कैमरों में कैद किया। जो तस्वीरें सामने आई है, उसमें कई चेहरे ऐसे हैं, जो अमेरिका दौरे के वक्त साथ थे। इसमें वाशिंगटन से डॉ. गौरव पठानियां, न्यूयार्क के पिंदर पॉल, जिनकी चमचमाती मर्सीडीज का नंबर प्लेट जय भीम है, उनके साथ ही न्यूयार्क के श्री सतगुरु रविदास मंदिर के तमाम साथी, आर. बी. गौतम जो कि न्यूजर्सी में रहते हैं, वो भी इस मौके पर न्यूयार्क में मौजूद थे। तो भारत से के. पी. चौधरी भी इस मौके पर न्यूयार्क पहुंचे थे।

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