बरेली। दलितों के उत्पीड़न मामले में यूपी का नम्बर सबसे ऊपर आता है यहां कभी दलित महिलाओं से बलात्कार की घटनाऐं सामने आती हैं तो कभी दलितों को चोरी के इल्जाम में जबरदस्ती फसांया जाता है. ताजा मामला बरेली के बिथरी चैनपुर के नरियावल का है जहां शनिवार शाम को एक युवक ने फंदा लगाकर जान दे दी. आरोप है कि नरियावल बाजार में तीन दिन पहले सराफा दुकान में चोरी के बाद दुकानदार चोरी का इल्जाम लगाकर उसे उठा ले गया. फिर शुक्रवार रात और शनिवार सुबह कमरे में बंद कर मारा गया. अपने ऊपर झूठे इल्जाम और टॉर्चर से तंग आकर दलित युवक ने दोपहर में घर में फंदा लगाकर खुदकशी कर ली.
युवक की पत्नी की तरफ से रात में सर्राफ और उसके साथियों के खिलाफ पति को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई. खुदकशी करने वाला वीरपाल उर्फ ऋषिपाल (34) पुत्र मंगलीराम मूल रूप से पीलीभीत में बिलसंडा के गांव खजुरिया का निवासी था. लगभग 15 वर्षों से नरियावल में रहकर मजदूरी करता था.
बता दें की नरियावल में तीन दिन पहले जवाहरलाल की अनूप ज्वैलर्स नाम की दुकान में चौकीदार को बंधक बनाकर चोरी हुई थी. अज्ञात बदमाशों के खिलाफ इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज है. वीरपाल की पत्नी पूनम का आरोप है कि ज्वैलर्स दुकानदार उनके पति पर आरोप लगाकर शुक्रवार शाम को जबरन उसे घर से उठा ले गए थे जहां उस युवक की बुरी तरह पिटाई कर देर रात छोड़ा. पर इतने पर भी दंबगो का मन नहीं माना सुबह फिर से घर से उठा ले गए. शनिवार दोपहर लगभग ढाई-तीन बजे वीरपाल घर लौटा तो चेहरे और पीठ पर चोटों के निशान मिले. पत्नी, बच्चों ने पूछा तो किसी से कुछ नहीं बोला. शाम करीब साढ़े चार बजे घर पर पत्नी की साड़ी से फंदा बनाकर लटक गया. काफी देर तक बाहर न आने पर पत्नी भीतर पहुंची तो वीरपाल लटका मिला.
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