लखनऊ। कालाधन को लेकर एक बार फिर राजनीति गरमा गई है. स्विस बैंक में भारतीय पूंजीपतियों के जमा धन में पचास प्रतिशत वृध्दि को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी सरकार की नीयत पर सवाल उठाया है. मायावती ने साफ तौर पर कहा कि स्विस बैंक में जमा पैसा मोदी जी के चहेतों का है जिसको रोकने में भाजपा सरकार विफल हुई है.
मायावती का कहना है कि मोदी सरकार विफलताओं का श्रेय लेना क्यों नहीं चाहती है. आम जनता का पैसा लेकर फरार भगोड़ों व स्विस बैंक में बढ़ता पैसा बीजेपी की साफ नीयत व सही विकास की पोल खोल रहा है. मायावती ने यहां एक बयान में आरोप लगाते हुए पूछा कि ‘भाजपा के चहेते भारतीय पूंजीपतियों के स्विस बैंक में जमा धन में 50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है, तो क्या इसका श्रेय भाजपा एण्ड मोदी कम्पनी लेना पसन्द नहीं करेंगे?’ उन्होंने कहा कि वैसे देशहित का मूल प्रश्न यह है कि भारत में कमाया गया धन विदेशी बैंकों में क्यों जमा है?
मोदी सरकार यह अपराध स्वीकार करे…
आगे तीखा सवाल दागते हुए उन्होंने कहा कि क्या मोदी सरकार यह अपराध स्वीकार करने को तैयार है कि विदेशी बैकों में जमा देश का कालाधन वापस लाकर उसे देश की गरीब जनता के घर 15 से 20 लाख रुपये देने के चुनावी वायदे पूरी तरह फर्जी साबित हुये हैं. बसपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों ने अमीर को अमीर और गरीब को महागरीब बना दिया है.
साथ ही विदेश यात्रा को लेकर महिमामंडन करने वाली पीएम मोदी को पता होना चाहिए कि उनके करीबी अमेरिकन राष्ट्रपति ट्रंप किस तरह अमेरिका में रह रहे भारतीय प्रवासियों के साथ कैसा बर्ताव किया जा रहा है. इन घटनाक्रमों पर केन्द्र सरकार की खामोशी उसकी विफलता और कमजोरी को ही साबित करती है. उन्होंने मांग की कि मोदी सरकार अमेरिका में भारतीय पासपोर्ट धारकों के हित तथा सुरक्षा की गारण्टी लेकर इस सम्बन्ध में तत्काल कदम उठाये. इस दौरान मंदसौर की घटना का निंदा करते हुए दोषियों को कठोर सजा दिलाने की बात भी कही.
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