नई दिल्ली। तमिलनाडु में दलितों के एक गांव पर ऊंची जाति के हिंदू परिवार ने हमला बोल दिया. इस हमला में दो दलितों की मौत हो गई जबकि दर्जनों घायल हो गए. हिंसा की खबर मिलने के बाद पुलिस बल तैनात कर शांति बनाई गई है. लेकिन हमला के बाद दलितों का परिवार दहशत में जी रहा है.
तो इसलिए किया हमला
मीडिया खबरों की मानें तो सोमवार को तमिलनाडु के शिवगंगा जिला के कंचनाथम गांव में करीब दस बजे हमला किया गया. सीपीएम नेता ने हमले के बाद गांव का दौरा किया. इस हमले के कारण को लेकर इनका कहना है कि दलित गांव के लोग अपने इलाके में भांग की बिक्री करने पर विरोध किए थे. इस बात से नाराज पड़ोसी गांव के लोगों ने हमला बोल दिया.
पुलिस का कहना है कि 15 सदस्यी गिरोह के गुस्साए लोगों ने गांव की बिजली काटकर हमला किया. इस दौरान लाठी व धारदार हथियार से दलितों की पिटाई की. जिसमें बुजुर्ग केआर अरुमुगम (65) और शानमुगा नाथन (20) को गंभीर चोट लगने के कारण मौत हो गई. साथ ही करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए. घायल लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस ने कहा कि 25 मई को कच्छनाथ में मंदिर त्यौहार के बाद परेशानी शुरू हुई. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.
गांव में 250 पुलिसकर्मियों का एक पद तैनात किया गया है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. अपराधियों को पकड़ने के लिए तीन विशेष टीमों का गठन किया गया है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
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