लखनऊ। बड़े जोर शोर से शुरू की गई लखनऊ मेट्रो में पहले ही दिन खराबी आ गई. मंगलवार को इसका उद्घाटन हुआ था और बुधवार से ये आम लोगों के लिए शुरू हो गई थी. लेकिन मेट्रो की पहले ही दिन की यात्रा अच्छी नहीं रही.
यह करीब एक घंटे तक आलमबाग स्टेशन पर खड़ी रही और बाद में इसे ले जाने के लिए दूसरी मेट्रो बुलानी पड़ी. इस दौरान मेट्रो में फंसे यात्रियों को सीढ़ी की मदद से उतारा गया. करीब एक घंटे तक मेट्रो में फंसे रहने के बाद ये लोग जब बाहर आए तो उनके चेहरे पर डर साफ दिख रहा था.
हालांकि दो घंटे की मशक्कत के बाद समस्या का समाधान कर लिया गया. मेट्रो फिर लखनऊ की पटरियों पर दौड़ पड़ी. मंगलवार सुबह छह बजे के आसपास आम लोगों के लिए यह मेट्रो ट्रांसपोर्ट नगर से चली. इसमें LMRC के एमडी सहित बड़े अधिकारी और मीडिया के कई लोग सफर कर रहे थे. टीपी नगर से यह चारबाग स्टेशन पहुंची और इसके बाद आलमबाग पहुंची. वहीं जाकर यह मेट्रो खराब हो गई. करीब एक घंटे तक वह वहां खड़ी रही.
एक दिन पहले मंगलवार को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और राज्यपाल राम नाइक की उपस्थिति में मेट्रो की शुरुआत की गई. उद्घाटन के दौरान सीएम योगी ने कहा कि समय पर योजना का पूरा होना काफी बड़ी बात है. मेट्रो की शुरुआत सीमित समय पर पूरा करने पर श्रीधरनजी और उनकी पूरी टीम को बधाई. उन्होंने कहा कि लोगों को इसमें सफर करने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा, बुधवार से ही लोगों को इसका लाभ मिलेगा.
योगी ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश के कई शहरों में मेट्रो चलवाने की योजना पर काम कर रही है. अब अलग-अलग मेट्रो कॉर्पोरेशन के तहत काम ना होकर बल्कि राज्य में एक ही यूपी मेट्रो कॉर्पोरेशन की शुरुआत करेंगे. मैं चाहूंगा कि श्रीधरनजी उस कॉर्पोरेशन के प्रधान सलाहकार बनें.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस मेट्रो रेल को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट में रखते थे. यही वजह है कि मेट्रो के शिलान्यास से लेकर मेट्रो के बनने तक के हर सफर में वह साथ रहे, लेकिन चुनाव हार गए तो इसका उद्घाटन नहीं कर सके.
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