नई दिल्ली। आतंकवादियों ने केंद्र की भाजपा सरकार को सीधी चुनौती दी है. जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी जहां पहले स्थानीय नागरिकों और सेना को निशाना बनाते रहे हैं तो अब उन्होंने पुलिसकर्मियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. पुलिस और सरकार को सीधी चुनौती देते हुए आतंकवादियों ने पुलिसकर्मियों के परिजनों को अगवा कर लिया है. अगवा किए गए सभी लोग पुलिस के परिवार के सदस्य हैं.
पुलिस सभी को ढूंढने के लिए बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चला रही है. आतंकियों द्वारा पिछले 24 घंटे में कुल नौ लोगों को अगवा किया गया. अगवा किए गए जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उसमें-
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1. जुबैर अहमद भट्ट, पुलिसकर्मी मोहम्मद मकबूल भट्ट के बेटे
2. आरिफ अहमद, एसएचओ नाजिर अहमद के भाई
3. फैज़ान अहमद, पुलिसकर्मी बशीर अहमद के बेटे
4. सुमैर अहमद, पुलिसकर्मी अब्दुल सलाम के बेटे
5. गौहर अहमद, डीएसपी एज़ाज के भाई
6. डीएसपी मोहम्मद शाहिद का भतीजा अगवा
7. पुलवामा से एक पुलिसवाले के भाई को अगवा किया गया
8. पुलिसवाले के बेटे को काकापोरा से
9. त्राल से भी एक पुलिसवाले के बेटे को अगवा किया गया
10वां नाम सामने नहीं आया है.
एक तरफ आतंकियों ने दस लोगों को अगवा किया है तो दूसरी तरफ सुरक्षाकर्मियों ने दस आतंकियों की हिटलिस्ट भी जारी कर दी. इनमें घाटी के टॉप आतंकी शामिल हैं.
आतंकवादियों ने इस घटना को तब अंजाम दिया जब एनआईए ने वांछित आंतकवादी सैयद सलाउद्दीन के दूसरे बेटे को गिरफ्तार किया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार सुबह श्रीनगर से हिज्बुल मुजाहिद्दीन के चीफ सैयद सलाउद्दीन के बेटे सैयद शकील अहमद को उसके घर से गिरफ्तार किया. ये गिरफ्तारी आतंकी फंडिंग के मामले में की गई.
यह पहली बार है जब आतंकियों ने सीधे तौर पर पुलिस और सरकार को चुनौती दे दी है. देखना है कि सरकार और सेना आतंकियों से कैसे निपटती है और उन्हें कैसे मुंहतोड़ जवाब देती है.
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