भोपाल। बीजेपी पर दलित विरोधी होने को लेकर लगातार सवाल उठते रहें हैं पर अब कांग्रेस के बड़े नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया जो दलित मुद्दो पर लगातार अपनी बात रखते हैं उनको दलित विरोधी साबित करने के लिए बीजेपी खूब जोर लगा रही है. मध्य प्रदेश के गुना संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को बीजेपी पर जबरदस्त निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी अगर साबित करे दें कि वह दलित विरोधी हैं तो मैं सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे दूंगा. उन्होंने मध्य प्रदेश में एक घटना पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोपों में भाजपा के दो सांसदों के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव भी दायर किया.
सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान बीजेपी सांसद विरेंद्र कुमार तथा मनोहर उतवल ने इस मामले को उठाते हुए दावा किया कि सिंधिया ने संवेदनशील टिप्पणियां का प्रयोग किया और मध्य प्रदेश में ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन में दलित विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का दावा किया.
अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए सिंधिया ने कहा कि उनके ऊपर लगे आरोपों को आधारहीन और गलत बताते हुए कहा कि यह सदन के सम्मानित सदस्य की गरिमा का अपमान है. विशेषाधिकार प्रस्ताव में सिंधिया ने कहा कि यह आरोप सदन के अन्य सदस्यों और देश भर में टेलीविजन पर लोकसभा की कार्यवाही को देखने वाले लाखों लोगों को निर्दयतापूर्वक गुमराह कर रहे हैं. बीजेपी ने दावा किया था कि कांग्रेस ने दलित बीजेपी विधायक गोपीलाल जाटव द्वारा लोकार्पण किए जाने के बाद ट्रॉमा सेंटर को कथित तौर पर गंगाजल से धुलवाया था. इस मामले को लेकर मध्य प्रदेश विधानसभा में भी सोमवार को इस मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ.
ट्रॉमा सेंटर का 22 जुलाई को सिंधिया को लोकार्पण करना था, मगर एक दिन पहले भाजपा विधायक जाटव ने लोकार्पण कर दिया. इस पर सिंधिया के सांसद प्रतिनिधि कथित तौर पर गंगाजल से ट्रॉमा सेंटर को गंगाजल से धुलवाने का बयान दिया. इसे भाजपा ने मुद्दा बना लिया. सांसद प्रतिनिधि को पद से हटाने के साथ कांग्रेस से निष्कासित किया जा चुका है. इस मामले में सिंधिया ने नंद कुमार चौहान को कानूनी नोटिस भी भेजा
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