जहाँ पूरे देश में राष्ट्रीयता का मुद्दा छाया हुआ है वहीं जयपुर शहर में कुछ और देखने को मिला. राजस्थान में मुस्लिमो के खिलाफ रोज़ हिंसा की खबर आती रहती हैं वहीं ३ मुस्लिम युवक-युवतियां ने गीता पर निबंध लिखने की प्रतियोगिता में अवल स्थान प्राप्त कर सबको चौंका दिया.
जयपुर में गीता पर निबंध की प्रतियोगिता में मुख्य ३ स्थानों पर मुस्लिम युवक और युवतियां रहें. अक्षय पात्र फाउंडेशन की तरफ से आयोजित की गई प्रतियोगिता में 200 स्कूलों के करीब 8000 बच्चों ने भाग लिया जिसमे सरकारी स्कूल के दसवीं कक्षा में पड़ने वाले 16 साल के नदीम खान ने अवल स्थान हासिल किया और वहीं जहीन और जोराबिया भी दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं. आज तीनो विद्यार्थियों को पुरुस्कार देकर सम्मानित किया जायेगा.
नदीम से बातचीत में उन्होंने बताया की उन्हें संस्कृत भाषा से ख़ास लगाव है. प्रतियोगिता के जरिए उन्हें इस भाषा के लिए अपनी निष्ठा दिखाने का मौका मिला मगर उन्हें मालूम है कि इस भाषा में बातचीत का मौका उन्हें शायद ही कभी मिलेगा. नदीम की अध्यापक भी कभी उनसे संस्कृत भाषा में बात नहीं करती और उनके अनुसार पूरा फोकस संस्कृत लिखने पर रहना चाहिए बोलने पर नहीं. इसी वजह से वह स्पष्ट रूप से संस्कृत भाषा में बातचीत नहीं कर पाते.
गन्धर्व गुलाटी

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