भदोही। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के एक गांव की दलित बस्ती में तीन दिन में 300 लोगों ने बौद्ध धर्म अपना लिया. सारनाथ से आए बौद्ध धर्म के अनुयायी की देखरेख में पूरी कवायद की गई. उसके बाद बस्ती के लोगों ने हिंदू देवी-देवताओं के चित्र नहर में विसर्जित कर दिए.
ज्ञानपुर से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित कसिदहां गांव की दलित बस्ती में रविवार को 100 लोगों ने हिंदू धर्म त्याग कर बौद्ध धर्म अपना लिया. पिछले तीन दिनों में बस्ती के कुल 300 लोगों ने बौद्ध धर्म अपनाया है. सारनाथ से आए बुद्ध घोष राम वचन, विश्व बौद्ध महासभा के अध्यक्ष आलोक बौद्ध और अरविंद बौद्ध की देखरेख में बस्तीवासियों ने धर्म परिवर्तन किया. रविवार को जुलूस निकाल बस्ती के लोगों ने हिंदू देवी देवताओं के चित्र और प्रतिमाएं नहर में विसर्जित कर दीं.
कसिदहां दलित बस्ती निवासी एवं बौद्ध धर्म अपनाने वाले अधिवक्ता कोमल राम और सुरेंद्र कुमार ने कहा कि हिंदू धर्म शुरू से दलितों का उत्पीड़न करता आया है. उत्पीड़न से बचने के लिए धर्म परिवर्तन किया. उन्होंने आगे कहा कि हर वर्ग के लोग दलितों को प्रताड़ित करते थे. इससे परेशान होकर बस्ती के लोगों ने बौद्ध धर्म अपना लिया.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भी उत्तर प्रदेश के नौतनवां में 20 दलित लोगों ने बौद्ध महासम्मेलन में बौद्ध धर्म अपनाया है.
अमर ऊजाला से साभार
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