इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश के हाईयर ज्यूडिशियल सर्विस के लिखित परीक्षा का रिजल्ट आ गया है. 11-12-13 नवंबर 2016 को हुई इस परीक्षा का रिजल्ट 24 मार्च को आया है. नतीजे चौंकाने वाले हैं. कुल 61 पदों के लिए हुई परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवारों में 52 सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी हैं. जबकि ओबीसी वर्ग के नौ अभ्यर्थियों का चयन हुआ है. दलितों और आदिवासियों की बात करें तो इस पूरी लिस्ट में उनकी संख्या जीरो है.
इन नतीजों के बाद एक बार फिर न्यायपालिका में दलितों को लेकर भेदभाव पर बहस शुरू हो गई है. यह रिजल्ट भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस बात को लेकर भेदभाव के आरोप लग रहे हैं कि आखिरकार यह कैसे संभव है कि दलित/आदिवासी वर्ग से एक भी योग्य अभ्यर्थी नहीं पहुंचा होगा. इस आलोक में आरक्षण की व्यवस्था पर भी बहस छिड़ गई है कि जहां भी आरक्षण नहीं है, उन क्षेत्रों में सुनियोजित ढंग से एससी/एसटी को आने से रोका जा रहा है. गौरतलब है कि न्यायपालिका और मीडिया में आज भी एससी/एसटी की भागेदारी ऊंगलियों पर गिनी जा सकती है.
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