नई दिल्ली। शानदार फॉर्म में चल रहे मनीष पांडेम की नाबाद 93 रन की कप्तानी पारी खेली. उनकी इस बेहतरीन पारी की बदौलत भारत ‘ए’ ने त्रिकोणीय वनडे क्रिकेट सीरीज के एक करीबी मैच में मेजबान दक्षिण अफ्रीका ए को एक विकेट से हरा दिया. भारत के सामने जीत के लिये 267 रन का लक्ष्य था लेकिन उसकी शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसके चोटी के तीन बल्लेबाज 70 रन तक पेवेलियन लौट गये. पांडे ने यहीं से जिम्मेदारी संभाली और नाबाद 85 गेंदों पर पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से 93 रन बनाये जिससे भारतीय टीम 49.4 ओवर में नौ विकेट पर 267 रन बनाकर जीत दर्ज करने में सफल रही.
मनीष पांडे के अलावा सलामी बल्लेबाज संजू सैमसन ने 68 रन और क्रुणाल पंड्या ने 25 रन का योगदान दिया. दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ की टीम पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर 48.2 ओवर में 266 रन बनाकर आउट हो गयी थी. उसकी पारी का आकर्षण विकेटकीपर बल्लेबाज हेनरिच क्लासेन (127) का शतक रहा. निचले क्रम के बल्लेबाज विलियम ने 66 रन की पारी खेली.
जब विकेट पर गेंद लगने के बावजूद इस नियम के कारण बच गए मनीष पांडे
भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने 35 रन देकर चार और सिद्धार्थ कौल ने 41 रन देकर तीन विकेट लिये. जवाब में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने श्रेयस अय्यर (9 ), विजय शंकर (0 ) और ऋषभ पंत (20) के विकेट जल्दी गंवा दिये. इसके बाद भी एक छोर से विकेट गिरते रहे लेकिन पांडे ने दूसरा छोर संभाले रखा. पहले सैमसन और बाद में यजुवेंद्र चहल (17) ने कुछ देर तक उनका साथ दिया.
मनीष पांडे का शतक गया बेकार, ऑस्ट्रेलिया-ए के हाथों 1 रन से हारा भारत-ए
क्रुणाल पंड्या ने 15 गेंदों पर तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 25 रन बनाये लेकिन चार गेंद के अंदर दो विकेट गंवाने से स्कोर नौ विकेट पर 263 रन हो गया. पांडे ने ऐसे में दो रन लेकर स्कोर बराबर किया जबकि मोहम्मद सिराज (नाबाद 2 ) ने विजयी रन बनाया. पांडे को ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया.
दक्षिण अफ्रीका की तरफ से कार्ल जूनियर डाला और तबरेज शम्सी ने तीन-तीन विकेट लिये .भारत की यह चार मैचों में तीसरी जीत है जबकि दक्षिण अफ्रीका को तीन मैचों में पहली हार झेलनी पड़ी. ये दोनों टीमें पहले ही फाइनल में अपनी जगह सुरक्षित कर चुकी हैं. फाइनल आठ अगस्त को खेला जाएगा.
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