उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में दलित समाज से ताल्लुक रखने वाली दो लड़कियों की संदिग्ध हालत में मौत से हड़कंप मच गया है। यह घटना जिले के असोहा थाना के बबुरहा गांव की है। परिवार वालों के मुताबिक तीन लड़कियां एक साथ चारा लाने गई थीं, लेकिन थोड़ी देर बाद लड़की के चाचा के पास फोन आया कि लड़कियां खेतों में बेहोश पड़ी हैं। तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दो की मौत की पृष्टि की जबकि एक अन्य लड़की की हालत नाजुक बनी हुई है।
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घटना के बाद न तो परिवार वालों को न ही अन्य लोगों को ही यह समझ में आ रहा है कि मामला क्या है, और लड़कियों के साथ ऐसा क्या हुआ। शुरुआती तौर पर इसे जहर खाने का मामला बताया जा रहा है, लेकिन लड़कियां ऐसा क्यों करेंगी, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। क्योंकि कोई संदिग्ध बात अब तक सामने नहीं आई है। वहीं एक अन्य युवती का कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में इलाज चल रहा है। सबकी नजर उसी पर है क्योंकि होश में आने के बाद वही लड़की पूरी घटना का राज खोल सकती है। पुलिस अधिकारियों ने छह टीमों का गठन कर मामले की जांच शुरू कर दी है, जबकि घरवाले सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। आज पोस्टमार्टम होना है, जिसके बाद कुछ सच्चाई सामने आने की उम्मीद जताई जा रही है। गौरतलब है कि तीनों लड़कियां आपस में चचेरी बहने हैं। भीम आर्मी प्रमख और आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद ने नाजुक हालत में पड़ी युवती का दिल्ली एम्स में इलाज करने की मांग की है। तो वहीं इस मामले में अन्य दलों ने भी बयानबाजी शूरू कर दी है और योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है।
उन्नाव पीड़िता को बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्नाव की बेटी को यूपी सरकार एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजें, दिल्ली सरकार उसके इलाज की पूरी जिम्मेदारी लेती है।@myogiadityanath @ArvindKejriwal #Save_Unnao_Ki_Beti @Profdilipmandal @NationalDastak @HansrajMeena @TheShudra pic.twitter.com/HWndPypU9k
— Rajendra Pal Gautam (@AdvRajendraPal) February 18, 2021
वहीं दूसरी ओर इस मामले में पुलिस की भूमिका को लेकर सभी एक्टिविस्ट और राजनीतिक कार्यकर्ता सवाल उठा रहे हैं।दरअसल पुलिस ने पीड़ित परिवार को नजरबंद कर रखा है। पुलिस पीड़ित परिवार को किसी से भी नहीं मिलने दे रही है, यहां तक की मीडिया को भी पीड़ित परिवार से नहीं मिलने दिया जा रहा है, न ही एक अन्य जीवित बची युवती का ही कोई हेल्थ बुलेटिन जारी किया जा रहा है, जिससे लोगों में गुस्सा है। दिल्ली सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने ऐलान किया है कि उन्नाव पीड़िता को बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्नाव की बेटी को यूपी सरकार एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजें, दिल्ली सरकार उसके इलाज की पूरी जिम्मेदारी लेती है।
तो वहीं भीम आर्मी प्रमुख चंद्रेशेखर आजाद ने कहा है कि सरकार अगर इस मामले को गंभीरता से नहीं लेती तो वो उन्नाव कूच करेंगे।
हाथरस की घटना में सरकार ने बेटी को दिल्ली रेफ़र करने में बहुत देर लगाई। हमारी माँग उन्नाव की बेटी के जीवन की सुरक्षा के लिये है। सरकार हमारी माँग मानने में देरी क्यों कर रही है जबकि ये सबसे जरूरी कदम है। Cm चुप्पी तोड़े वरना अब मजबूरी में एक ही रास्ता बचेगा कि हम #उन्नाव_कूच करें
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) February 18, 2021
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