नई दिल्ली। ये सच है कि जब पढ़ेगा इंडिया तभी बढ़ेगा इंडिया. लेकिन इंडिया को पढ़ाने वाला ही अन्ट्रेंड हों तो ये जुमला बेइमानी सा लगता है. आज की तारीख में लगभग 15 लाख ऐसे ‘अनट्रेंड’ टीचर्स हैं, जो देश के अलग-अलग स्कूलों में बच्चों को तालीम देने में लगे हैं. जिसमें 10 लाख टीचर्स प्राईवेट स्कूलों में और 4 लाख से ज्यादा सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे हैं.
दरअसल, केन्द्र सरकार ने इस साल के अंत तक उन सभी शिक्षकों को नए कोर्स करने की मोहलत दे रखी है. जो टीचर ट्रेनिंग किए बगैर ही बच्चों को तालीम दे रहे हैं. सरकार के इस फरमान के बाद मानव संसाधन मंत्रालय में लगभग 15 लाख शिक्षकों ने नए ट्रेंनिंग कोर्स के लिए आवेदन दे रखा है. जिसमें सबसे ज्यादा शिक्षकों की संख्या बिहार से है वहां से लगभग 3 लाख शिक्षक हैं. दूसरा नंबर यूपी का आता है जहां से 1 लाख 95 हजार टीचर्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है. जबकि तीसरे नंबर पर मध्य प्रदेश का नाम है वहां से भी 1 लाख 91 हजार टीचर्स अब तक आवेदन कर चुके हैं.
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग की तरफ से दिए जा रहे इस ट्रेनिंग में ऑनलाइन के साथ साथ डिश टीवी के माध्यम से भी पढ़ाया जाएगा. इसके अलावा ट्रेनिंग के लिए मोबाइल एप्लिकेशन को भी डेवलेप किया गया है. ट्रेंनिंग के बाद सभी शिक्षकों को डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन की डिग्री दी जाएगी.

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