लखनऊ। बसपा अध्यक्ष मायावती ने रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के नेता रामदास अठावले पर निशाना साधा है. मायावती ने कहा कि भाजपा अठावले को दलितों के खिलाफ खड़ा कर रही हैं. उन्होंने कहा कि अठावले ने भाजपा के बहकावे में आकर बौद्ध धर्म अपनाने के सम्बन्ध में बाबा साहेब की भावना को आहत किया है. मायावती ने कहा बाबा साहब ने भी बौद्ध धर्म अपनाने में जल्दबाजी नहीं की थी और जीवन के आखिरी वक्त में बौद्ध धर्म अपनाया था. उन्होंने कहा कि जब समाज जागरूक हो जाएगा, तब मान्यवर कांशीराम की इच्छा के मुताबिक करोड़ों लोगों के साथ बौद्ध धर्म अपनाऊंगी और ये ऐतिहासिक घटना होगी. मायावती ने अठावले को आगाह किया कि दलितों को गुलाम बनाने की मानसिकता रखने वाले भाजपा के एजेंडे पर काम करना बंद करें और दलित एकता को न तोड़े.
भाजपा ने दलित नेता अठावले को केंद्र में मंत्री इसलिए बानया कि वह दलित समाज के खिलाफ उनका उपयोग कर सके. बसपा का कहना है कि बाबा साहेब डा.अम्बेडकर के विचारों और आदर्शों के आधार बसपा के जन्मदाता व संस्थापक मान्यवर कांशीराम ने आजीवन देश भर में लोगों को जागरुक करने का काम किया. लेकिन रामदास अठावले जैसे स्वार्थपूर्ण व गुलामी भरी मानसिकता रखने वाले लोगों से खासकर उत्तर प्रदेश के लोगों को बहुत ही सावधान रहने की जरूरत है, ताकि वे लोग प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में दलितों का वोट बांटने के अपने षडयंत्र में कामयाब न हो सके.
गौरतलब है कि रामदास अठावले ने मायावती पर आरोप लगाया था कि अगर वो सच्ची अंबेडकरवादी हैं तो वे अब तक क्यों हिन्दू हैं, बौद्ध धर्म क्यों नहीं अपनातीं? केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि मायावती को दलितों के हितों से कोई सरोकार नहीं है, वो केवल दलितों के नाम पर राजनीति कर रही हैं.
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