लखनऊ। उत्तर प्रदेश का कुख्यात अपराधी मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई है. मुन्ना बजरंगी की जेल में करीब दस गोलियां मारी गई हैं लेकिन जेल प्रशासन को पता तक नहीं. हालांकि मुन्ना बजरंगी की पत्नी ने सीएम योगी को बहुत पहले इसकी जानकारी दे दी थी. इसके बावजूद भी जेल में बंद कैदी की निर्ममता से हत्या करने पर पुलिस-प्रशासन व कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं.
कुछ दिन पहले ही मुन्ना की पत्नी ने एसटीएफ पर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सुरक्षा की गुहार लगाई थी कि उनके पति की जान को खतरा है. मुन्ना उस समय झांसी जेल में बंद था. एनडीटीवी की खबर के मुताबिक प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा ने कहा, “मेरे पति की जान को खतरा है. यूपी एसटीएफ और पुलिस उनका एनकाउंटर करने की फिराक में हैं. झांसी जेल में मुन्ना बजरंगी के ऊपर जानलेवा हमला किया गया. कुछ प्रभावशाली नेता और अधिकारी मुन्ना की हत्या करने का षड्यंत्र रच रहे हैं.”
इस बीच योगी आदित्यनाथ ने कहा, “जेल में हत्या कैसे हो गई. इसकी जांच कराई जाएगी और इसमें जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नही जाएगा. पूरे मामले की रिपोर्ट मंगाई गई है.” पुलिस प्रसाशन इस मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं.
बता दें कि बजरंगी पर बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के अलावा दर्जनों हत्या का आरोपी है. इसके अलावा मुन्ना पर बड़ौत के पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित और उनके भाई नारायण दीक्षित से 22 सितंबर 2017 को फोन पर रंगदारी मांगने और धमकी देने का आरोप था. 29 अक्टूबर 2009 को दिल्ली पुलिस ने मुन्ना को मुंबई के मलाड इलाके में नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया था. ऐसा माना जाता है कि एनकाउंटर के डर से उसने खुद गिरफ्तारी करवाई थी.
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