मथुरा। यूपी में कानून व्यवस्था की हालत जहां एक तरफ बद से बदतर होती जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ योगी सरकार इन सभी बातों से बेखबर प्रदेश में अपना हिंदुत्व ऐजेंडे के तहत सभी कामों को करने में लगी हुई है. सीएम योगी ने अब पहली बार प्रदेश के दो धार्मिक स्थानों को तीर्थ स्थल का दर्जा देने की घोषणा की है, जिसमें पहला कृष्ण की नगरी वृंदावन और दूसरा राधा की जन्म स्थली बरसाना है.
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने अयोध्या में 18 अक्टूबर को ‘ग्रैंड दिवाली’ मनाई जहां करीब 2 लाख दीये जलाकर रेकॉर्ड बनाया गया था. इसके बाद उन्होंने चित्रकूट में भी कामदगिरी मंदिर में पांच किमी की परिक्रमा की थी. लेकिन दुनिया में भारत की शान माने जाने वाले ताजमहल को लेकर भाजपा नेताओं के बोल हर वक्त कोई न कोई बखेड़ा खड़ा करते रहते हैं. यानि योगी सरकार को देश की धर्म निरपेक्ष छवि से कोई लेना देना नहीं है. इन्हें बस अपनी हिंदुत्व नीति के तहत काम करना है.
वहीं राजनीतिक गलियारों में भी भाजपा का ये फैसला हिंदुत्व एजेंडे का हिस्सा माना जा रहा है और खासकर नगर निकाय चुनाव में अपनी पकड़ को मजबूत करने की कोशिश का एक हिस्से के रुप में देखा जा रहा है. क्योंकि आचार संहिता लागू होने से दो घंटे पहले की गई इस तरह की घोषणा साफ जाहिर करती है कि इनके तरफ से उठाया जा रहा कोई भी कदम प्रदेश हित में कम और पार्टी हित में ज्यादा होता है.

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