लखनऊ। बीजेपी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. कैराना व नुरपुर उपचुनाव में बसपा प्रमुख मायावती ने नई चाल चल दी है. जिसको लेकर किसी को यकीन नहीं हो रहा है. मायावती ने दलित वोटरों को देखते हुए कार्यकर्ताओं को मंत्र दिया है. साथ ही ऐसी बात कह दी है जिससे बीजेपी की मुश्किल बढ गई है. मायावती की चाल को रोकने के लिए बीजेपी ने यूपी मुख्यमंत्री योगी से लेकर तमाम बड़े नेताओं को मैदान में उतारा है.
जहां एक तरफ कहा जा रहा था कि मायावती कैराना व नुरपुर में गठबंधन नहीं करेंगी. लेकिन इस बात को मायावती ने झूठला दिया है. मायावती ने साफ तौर पर कहा है कि दोनों ही जगहों पर गठबंधन वाले प्रत्याशियों को सहयोग करना है. इसको लेकर उन्होंने 23 मई को कार्यकर्ताओं की एक बैठकर बुलाई थी, इस दौरान कार्यकर्ताओं को कहा कि गठबंधन वाले उम्मीदवारों को जीताने के लिए मदद करें.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के कैराना लोकसभा उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी कंवर हसन ने राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) को गुरूवार को ही समर्थन दे दिया. इसके बाद लगभग साफ हो गया है कि अब कैराना में महागठबंधन बनाम बीजेपी की सियासी लड़ाई होगी. इससे बीजेपी का डर बढ़ता दिख रहा है. हालांकि इन दोनों जगहों पर दलित वोटरों की संख्या काफी ज्यादा है इसके बावजूद भी मायावती ने गठबंधन को समर्थन देकर बीजेपी को हराने की ठान ली है.
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